स्वाभिमानी राष्ट्र ही बन सकता है सशक्त, संबल, विकसित व मजबूत राष्ट्र : डॉ. बालमुकुंद पांडे

 




मेरठ, 02 मार्च (हि.स.)। अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना के राष्ट्रीय संगठन सचिव डॉ. बालमुकुंद पांडे ने कहा कि स्व के जागरण अर्थात अपनी विरासत अपनी इतिहास संस्कृति एवं परंपराओं के प्रति स्वाभिमान का भाव तभी जागृत हो सकता है, जब अपना इतिहास का वास्तविक स्वरूप हमारे सामने हो। हमारी भावी पीढ़ी के जानकारी में हो। इसलिए भारतीय इतिहास को भारतीय दृष्टिकोण से भारतीयता के धरातल पर खड़े होकर देखने की आवश्यकता है। एक स्वाभिमानी राष्ट्र ही सशक्त संबल विकसित और मजबूत राष्ट्र बन सकता है।

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग में वीर बदा बैरागी सभागार में शनिवार को अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना पश्चिमी उत्तर प्रदेश क्षेत्र का क्षेत्रीय अधिवेशन एवं इतिहास लेखन : समस्या विविध आयाम विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना के राष्ट्रीय संगठन सचिव डॉ. बालमुकुंद पांडे ने इतिहास को जीवन का अनिवार्य अंग एवं विकास का आधार बताया। योजना के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री संजय मिश्रा ने इतिहास विद्या व अनुसंधान के क्षेत्र में संपूर्ण देश विदेश में किया जा रहे कार्यों पर प्रकाश डालते हुए एक अच्छे अनुसंधानकर्ता द्वारा बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में बताया।

अंतिम सत्र की अध्यक्षता पूर्व कुलपति एवं मेरठ प्रांत समिति के संपर्क अधिकारी प्रोफेसर नरेंद्र कुमार तनेजा ने की। इस अवसर पर वासुदेव शर्मा की पुस्तक परीक्षितगढ़ का वृत्त का विमोचन भी किया गया। प्रोफेसर एनके तनेजा ने अनुसंधानकर्ताओं का आह्वान किया कि अपने अनुसंधान के आधार में हम सभी को भारतीय दृष्टिकोण को सर्वोच्च स्थान देना चाहिए, तभी उसे अनुसंधान के परिणाम भारतीयता से पूर्ण हो सकेंगे। योजना की राष्ट्रीय परिषद के सदस्य एवं विभागाध्यक्ष प्रोफेसर विग्नेश कुमार ने मेरठ प्रांत, ब्रज प्रांत और उत्तराखंड प्रांत को मिलाकर इस संपूर्ण पश्चिमी उत्तर प्रदेश क्षेत्र में इतिहास संकलन योजना की गतिविधियों को विस्तार से रखा।

इस अवसर पर ब्रज प्रांत अध्यक्ष आगरा से आए प्रोफेसर आनंद, मेरठ प्रांत के अध्यक्ष प्रोफेसर अशोक रस्तोगी, उत्तराखंड के उपाध्यक्ष प्रोफेसर प्रभात कुमार आदि ने भाग लिया। संचालन इतिहास संकलन समिति के प्रांत संगठन मंत्री डॉ. कुंलदीप त्यागी ने किया। इस अवसर पर प्रो. नवीन चंद्र लोहनी, प्रो. राजेश गर्ग, प्रो. आराधना, प्रो. एवी कौर, डॉ. योगेश कुमार, मुदित कुमार, डॉ. ललित शर्मा, डॉ. अल्पना, डॉ. शिवानी, सुरे चंद शर्मा, वासुदेव शर्मा, डॉ. अनिल शर्मा, प्रो. तरुण शर्मा, अजय शर्मा भानु, डॉ. शीलवर्धन आदि उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/ डॉ. कुलदीप/मोहित