सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय में ऑनलाइन कथावाचन सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम शीघ्र शुरू
—नवीन पीढ़ी को अध्यात्म ज्ञान और भारतीय ज्ञान परम्परा के ज्ञान राशि से जोड़ने में सहायक होगा पाठयक्रम:कुलपति
वाराणसी, 10 मार्च (हि.स.)। सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में ऑनलाइन कथावाचन सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम शुरू होगा। पुराण प्रवचन प्रवीण (कथावाचन) सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम के लिए कुलपति ने पाठ्यक्रम निर्माण समिति का गठन किया है। समिति में प्रो. विजय कुमार पाण्डेय अध्यक्ष,प्रो.सुधाकर मिश्र ,प्रो. विन्ध्येश्वरी प्रसाद मिश्र ,प्रो. हरिशंकर पाण्डेय,प्रो. रामसलाही द्विवेदी सदस्य बनाएं गए है।
रविवार को कुलपति प्रो. बिहारी लाल शर्मा ने बताया कि विद्यार्थियों के हित और संवर्धन के लिये उठाये जाने वाले कदम की दिशा में यह एक पहल है। विभिन्न तरीके से विद्यार्थियों का आत्मविश्वास को बढ़ाने की दिशा में अभिनव प्रयास भी किया जा रहा है। उसी दिशा में कथावाचक के रूप तैयार करने के लिए एक ऐसा पाठ्यक्रम निर्माण किया जा रहा है जो कि समाज निर्माण की दिशा में अपनी सहभागिता भी दे सके।
कुलपति ने कहा कि नई पीढ़ी को अध्यात्म ज्ञान और भारतीय ज्ञान परम्परा के ज्ञान राशि से जोड़ने तथा संस्कृत शास्त्रों के विद्यार्थियों को रोजगार की दिशा में जोड़ने के लिए इस पाठ्यक्रम को शुरू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन संस्कृत प्रशिक्षण केंद्र के जरिए जिज्ञासु छात्रों की सुविधा के लिए संस्कृत भाषा सीखने, ज्योतिष, वास्तुशास्त्र, कर्मकांड आदि के ऑनलाइन पाठ्यक्रम संचालित हैं । जिसमें देश भर से पंजीकरण कराकर ऑनलाइन माध्यमों से अध्ययन किया जा रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/बृजनंदन