प्रबोधिनी एकादशी पर मां विंध्यवासिनी के आंगन में बहेगी भक्ति की रसधार

 


- कलाकारों का अनूठा संगम, स्वर लहरियों से करेंगे मां विंध्यवासिनी की आराधना

- विंध्याचल में दीपदान महोत्सव 23 नवंबर को, भव्य श्रृंगार व देवी जागरण भी

- दीपों के तारामंडल से निखर उठेगी विंध्य पर्वत की आभा, बिखेरेगी अद्भुत छटा

मीरजापुर, 22 नवम्बर (हि.स.)। मां विंध्यवासिनी के आंगन में 23 नवम्बर को प्रबोधिनी एकादशी पर दीपदान महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर मां विंध्यवासिनी का भव्य श्रृंगार व विशाल देवी जागरण के साथ प्रसाद वितरण भी होगा। प्रबोधिनी एकादशी पर अखंड दीपमाला योगमाया मां विंध्यवासिनी के प्रति अद्वितीय भावांजलि अर्पित करेंगे। यह भव्य आयोजन वैदिक आवाहन को मूर्तरूप देने का प्रयास है।

प्रबोधिनी एकादशी पर मां विंध्यवासिनी के आंगन में श्री मां विंध्यवासिनी दीपदान महोत्सव समिति की ओर से आयोजित भव्य देवी जागरण कार्यक्रम में कलाकारों का अनूठा संगम देखने को मिलेगा। कलाकार स्वर लहरियों के बीच मां विंध्यवासिनी की आराधना करने के साथ मां के चरणों में भक्ति की रसधार बहाएंगे।

इस अवसर पर विंध्यवासिनी मंदिर परिसर की भव्य सजावट की जाएगी। वैसे अब तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट विंध्य कॉरिडोर भी आकार ले चुका है। ऐसे में भव्य सजावट, झिलमिल रोशनी की चकाचौंध व दीपदान की मनोहारी दृश्य अद्भुत छटा बिखेरेगी। गुलाबी पत्थर से सुशोभित विंध्य कॉरिडोर रंग-बिरंगी विद्युत झालरों की स्वर्णिम रश्मियों से अलोकित होगा ही, दीपों के तारामंडल से विंध्य पर्वत की आभा निखर उठेगी।

मुख्य आयोजक मां विंध्यवासिनी के प्रधान पुजारी (श्रृंगारिया) पं. शेखर शरण उपाध्याय ने बताया कि कार्यक्रम के अध्यक्ष सुशील सिंह, प्रभु सिंह धनबाद, संयोजक राजन पाठक, रघुवर उपाध्याय, राघवेंद्र उपाध्याय, तेजन गिरि, विनय उपाध्याय, पंकज अग्रहरि, उदयादित्य पांडेय आदि भव्य-दिव्य कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे।

अक्षय पुण्य के भागी बनेंगे भक्त

इस पावन पर्व का महत्व इसलिए अधिक बढ़ जाता है क्योंकि आज के दिन से भगवान नारायण विष्णु निद्रा का त्याग कर सांसारिक क्रिया का संचालन प्रारंभ करते हैं। प्रबोधनी एकादशी पर भक्त दीपदान कर महालक्ष्मी स्वरूप मां विंध्यवासिनी एवं भगवान नारायण को प्रसन्न कर अक्षय पुण्य के भागी बनेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/दीपक/मोहित