परिसर संस्कृति को समझने का सशक्त मंच है छात्र संसद : डॉ. प्रदीप राव

 




गोरखपुर, 29 सितंबर (हि.स.)। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव ने कहा कि छात्र संसद व्यक्तिगत विकास, नेतृत्व क्षमता संवर्धन, लोकतांत्रिक मूल्यों को समझने और दायित्व बोध का सशक्त मंच है। छात्र पदाधिकारियों की जिम्मेदारी है कि वे विश्वविद्यालय में मानकीकृत परिसर संस्कृति के अनुरूप विश्वविद्यालय को अनुशासन, शैक्षिक गतिविधियों का केंद्र बनाने में अपनी और सभी छात्रों की सम्यक भागीदारी सुनिश्चित करें।

डॉ. राव रविवार को नवनिर्वाचित छात्र संसद के शपथ ग्रहण समारोह की अध्यक्षता कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में छात्र संसद की परिकल्पना पर विस्तार से जानकारी दी। कहा कि विश्वविद्यालय संचालन में यह छात्रों की सीधी भागीदारी सुनिश्चित करने का अभिनव प्रयास है। उन्होंने छात्र पदाधिकारियों और छात्रों को विश्वविद्यालय की कार्य पद्धति को समझने और तदनुरूप शैक्षणिक वातावरण, अनुशासन, परिसर संस्कृति, लोकतान्त्रिक मूल्यों और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को समझने के मंत्र दिए।

इस अवसर पर महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के वर्तमान सत्र में छात्र संसद के नवनिर्वाचित समस्त पदाधिकारियों, कक्षा प्रतिनिधियों व छात्रावास प्रतिनिधियों का शपथ-ग्रहण मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. विमल कुमार दुबे द्वारा संपन्न कराया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कृषि संकाय की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत मां सरस्वती की आराधना से हुआ। शपथ ग्रहण समारोह में आयुर्वेद कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मंजूनाथ एनएस, अधिष्ठाता संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय डॉ. सुनील कुमार, विभागाध्यक्ष बीबीए डॉ. तरुण श्याम, छात्र संसद के समस्त पदाधिकारी, कक्षा प्रतिनिधि व छात्रावास प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / प्रिंस पाण्डेय