2017 से पहले कोई आना नहीं चाहता था उप्र, आज पूरी दुनिया तैयार बैठी है : योगी

 


लखनऊ, 07 फरवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को सदन में कहा कि हमने वचन निभाया मंदिर वही बनाया, जो कहा सो किया, जो संकल्प लिया उसकी सिद्धि भी हुई, हम केवल बोलते नहीं, करते हैं। पहले जिस उत्तर प्रदेश के नागरिकों के बारे में टिप्पणी होती थी, जहां कोई आना नहीं चाहता था, आज देश-दुनिया का हर नागरिक उप्र आने के लिए तैयार है।

राज्यपाल की अभिभाषण पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि महाभारत युग के साक्षी महर्षि वेद व्यास ने कहा था कि धर्म से ही अर्थ और काम की प्राप्ति होती है, इसलिए धर्म की मार्ग पर क्यों नहीं चलते, पर कोई मेरी सुनता ही नहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह केवल वेद व्यास की पीड़ा नहीं थी। 2014 से पहले देश और 2017 से पहले उत्तर प्रदेश की यही पीड़ा थी। 2017 से पहले जिन लोगों ने चार-चार बार प्रदेश में शासन किया, लंबे समय तक सत्ता के सिंहासन पर विराजमान रहे, उन्होंने उत्तर प्रदेश वासियाें के सामने पहचान का संकट पैदा कर दिया था। यहां का नौजवान बाहर नहीं जा सकता था। यहां तो अवसर थे नहीं, इसलिए जब नौजवान उप्र से बाहर जाता था तो उसे भेद से देखा जाता था, नौकरी नहीं मिलती थी। यह स्थिति थी 2017 से पहले। आज उप्र ने 22 जनवरी 2024 की घटना को भी देखा है। पूरा देश अभिभूत था। पूरी दुनिया में हर वह व्यक्ति जो सत्य और न्याय का पक्षधर है अभिभूत और गौरवान्वित था। अपनी पीढ़ियों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित कर रहा था, तर्पण भी अर्पित कर रहा था। अद्भुत वातावरण था। ऊर्जा से भरपूर था।

अखिलेश के पीडीए पर तंज, योगी बोले- ठगे गए चाचा

समाजवादी पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि अयोध्या में माता शबरी के नाम पर रसोई घर भी प्रारंभ हो गया है, क्या माता शबरी के अनुयायी पीडीए के हिस्से हैं या नहीं हैं। रैनबसेरा भी बन गया है निषादराज के नाम पर, क्या निषादराज के अनुयायी पीडीए के हिस्से हैं या नहीं। योगी ने कहा कि सपा सुप्रीमो अखिलेश ने अभी कहा था कि उनके पीडीए में और लोग हैं, लेकिन चाचा नहीं हैं। वह बेचारे हमेशा ऐसे ही ठगे जाते हैं । वे एक बार फिर ठगे गए। अगर प्रभु श्रीराम को मानते तो चाचा को ऐसे नहीं ठगते।

हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/सियाराम