समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का नया संस्करण 'खून चुसवा': सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र के मिल्कीपुर, अयोध्या में जनसभा को किया संबोधित
सपा और कांग्रेस पर किया करारा प्रहार, कहा- जब ये दोनों मिलते हैं कोई न कोई अपशकुन जरूर होता है
मोदी जी भारत के विकास के रथ के सारथी, महाभारत के इस युद्ध में वह श्रीकृष्ण की भूमिका में हैंः सीएम योगी
कांग्रेस-सपा के समय राशन माफिया हावी थे, भाजपा के समय माफिया को जहां पहुंचाना था पहुंचा दियाः मुख्यमंत्री
वर्तमान का यह चुनाव चौथा चरण आते-आते पूरे देश के अंदर रामद्रोही और रामभक्तों के बीच बंट गया हैः योगी आदित्यनाथ
अयोध्या, 17 मई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र के तहत मिल्कीपुर, अयोध्या में विशाल जनसभा को संबोधित किया और मौजूदा सांसद व भाजपा प्रत्याशी लल्लू सिंह के लिए अधिक से अधिक संख्या में मतदान की अपील की। इस दौरान सीएम योगी ने सपा और कांग्रेस पर करारा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और सपा का वर्तमान संस्करण बहुत खतरनाक हैं। जब भी ये दोनों मिलते हैं मानकर चलिए कि कोई अपशकुन होने वाला है। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के इस नए संस्करण को 'खून चुसवा' कहते हैं। औरंगजेब की आत्मा इनके अंदर घुस गई है। ये देश के लोगों से जजिया कर वसूलना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि आज जो माहौल देश के अंदर बन रहा है इसमें हम सबको सहभागी बनना है। ये अवसर कमल चुनाव पर वोट करके लोक और परलोक दोनों सुधारने का है। विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करना है तो यह केवल भाजपा ही कर सकती है। मोदी जी भारत के विकास के रथ के सारथी हैं। महाभारत के इस युद्ध में वह श्रीकृष्ण की भूमिका में हैं और जहां मोदी जी होंगे, कमल का फूल होगा तो विजय अवश्य होनी है। वहीं, रामद्रोहियों की जमानतें जब्त होंगी।
कमल के फूल पर जब वोट पड़ता है वही मोदी और योगी को ताकत देता है
सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस, सपा और बसपा ये तीनों केवल आज के दिन पर वोट कटवा हैं। सपा और कांग्रेस जब आपस में मिलते हैं तो कोई न कोई गड़बड़ जरूर करते हैं। जब राज्य में समाजवादी पार्टी की सरकार थी और केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी तब अयोध्या में रामजन्म भूमि पर हमला हुआ था। इस बार इन्होंने अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़ी जाति के आरक्षण पर सेंध लगाने की साजिश की है। इनका गरीबी हटाओ का मॉडल बहुत खतरनाक है। ये कहते हैं कि एक झटके में गरीबी हटा देंगे। किसी ने पूछा कैसे हटाएंगे तो कहा कि संपत्ति का सर्वे करेंगे और फिर जो आपके बाप, दादा की संपत्ति होगी उसमें से आधी संपत्ति ले लेंगे और समाजवादी पार्टी के गुंडों में बांट देंगे। उन्होंने कहा कि कमल के फूल पर जब वोट पड़ता है वही मोदी और योगी को ताकत देता है। यही ताकत है जिसने 500 वर्षों की समस्या का समाधान एक झटके में करके आपको और वर्तमान पीढ़ी को गौरव की अनुभूति कराई है। एक तरफ ये विकास है और दूसरी तरफ गरीब कल्याण भी है। कांग्रेस-सपा के समय राशन माफिया हावी थे। भाजपा के समय माफिया को जहां पहुंचाना था पहुंचा दिया। पूरे देश के अंदर अभी तीन चरण के चुनाव बाकी हैं, लेकिन यह पहला चुनाव है जब एक ही नारा गूंज रहा है और वह नारा है फिर एक बार मोदी सरकार और अबकी बार 400 पार। जब लोग बोलते हैं कि 400 पार कैसे? तो जनता कह देती है कि जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे।
ये चुनाव रामद्रोहियों और रामभक्तों के बीच
उन्होंने कहा कि यह बोलने में कोई संकोच नहीं है कि वर्तमान का यह चुनाव चौथा चरण आते-आते पूरे देश के अंदर रामद्रोही और रामभक्तों के बीच बंट गया है। रामद्रोही वही जो रामभक्तों पर गोलियां चलाते हैं। रामद्रोही वही जो हमारे रामलला की जन्मभूमि पर हमला करने वालों पर मुकदमे वापस लेते हैं। रामद्रोही वही जो कहते हैं कि अयोध्या में राम मंदिर बेकार बना है। रामद्रोही वही जो राम भक्त कल्याण सिंह की मृत्यु पर संवेदना व्यक्त नहीं करते लेकिन माफिया के मरने पर मातम मनाने जरूर जाते हैं। रामद्रोही वही जो देश के अंदर आतंकवाद और नक्सलवाद की जड़ हैं। रामद्रोही वही जो भारत का विकास नहीं चाहते। रामद्रोही वही जो विकास के कार्यों में जगह-जगह बैरियर बनते हैं और रामद्रोही वही जो गरीब के हक पर डकैती डालते हैं। इसमें सबसे पहला नाम आता है समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का। याद करिए रामभक्तों पर गोलियां समाजवादी पार्टी ने चलाई थी। ये समाजवादी पार्टी के लोग ही कहते थे कि अयोध्या में कोई परिंदा भी पर नहीं मार सकता। ये माफिया को अपने गले का हार बनाते थे। पूरे प्रदेश को इन्होंने तबाह करके रख दिया था। भू माफिया, खनन माफिया, शराब माफिया और इतने माफिया पर माफिया इन्होंने पैदा किए कि प्रदेश का विकास बाधित हो गया। उत्तर प्रदेश के नौजवानों के सामने पहचान का संकट आ गया। प्रदेश के बारे में लोग तमाम प्रकार की बातें करते थे, लेकिन जब आप आशीर्वाद देते हैं और अच्छी सरकार बनाते हैं तो 500 वर्षों का इंतजार समाप्त होता है और राम लला भी विराजमान होते हैं। रामभक्तों का संरक्षण होता है तो माफिया की राम नाम सत्य की यात्रा भी धूमधड़ाके से निकाल दी जाती है।
डबल इंजन सरकार के नेतृत्व में समाप्त हुआ सदियों का कलंक
सीएम योगी ने कहा कि राम भक्त वही जो राष्ट्र के बारे में सोचे, राम भक्त वही जो राष्ट्र की सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था करे, राम भक्त वही जो भारत का सम्मान बढ़ाए, राम भक्त वही जो विकास के बड़े बड़े कार्य ला दे, राम भक्त वही जो बिना भेदभाव के गरीबों के उत्थान के लिए काम करे और इसमें सबसे बड़ा नाम है भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का। मोदी जी को आपने आशीर्वाद दिया और प्रदेश में भी भाजपा की सरकार बनाई तो डबल इंजन सरकार के नेतृत्व में सदियों का कलंक समाप्त हुआ और अयोध्या में राम लला विराजमान हुए। हमने कहा था कि प्रदेश को माफिया की भूमि नहीं बनने देंगे, ये महोत्सव की भूमि होगी और यहां दीपोत्सव मनाया जाएगा। आज अयोध्या में फोर लेन की कनेक्टिविटी है और मिल्कीपुर भी उससे लाभान्वित हुआ है। अयोध्या में इंटरनेशनल एयरपोर्ट है और महर्षि बाल्मीकि के नाम पर है। वहां जो भोजनालय है वो माता सबरी के नाम पर है। यहां जितने रैन बसेरा हैं वो निषादराज के नाम पर हैं। एक तरफ भाजपा है जो माता सबरी, गुरु वशिष्ठ, माता अरुंधति, निषादराज, महर्षि बाल्मीकि को सम्मान दे रही है तो दशरथ जी के नाम पर मेडिकल कॉलेज भी बना रही है और अयोध्या का विकास भी करा रही है। दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी है, जिन्होंने रामभक्तों पर गोलियां चलाईं. गरीबों का राशन खा गए, दवा खा गए। इनके समय में जितने भी सामाजिक न्याय के प्रतीक दलित महापुरुष हुए उन सबके नाम पर जितने भी संस्थान थे उन सबका नाम बदल दिया गया। सपा के अध्यक्ष जब प्रदेश के मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने कहा था कि दलितों के जितने भी स्मारक हैं इन्हें तोड़ दूंगा। हमने कहा कि अगर तोड़ोगे तो सरकार को उखाड़ फेंकेंगे।
इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष संजीव सिंह, जिला प्रभारी मिथलेश त्रिपाठी, विधायक रामचंद्र यादव, पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा, जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह, क्षेत्रीय महामंत्री विजय प्रताप सिंह, पूर्व विधायक रामू प्रियदर्शी, रामदेव आचार्य, विधानसभा रुदौली के प्रभारी कमला शंकर पांडे, विधानसभा के संयोजक मिल्कीपुर जनार्दन मौर्य, रघुनंदन चौरसिया, वासुदेव मौर्य, राघवेंद्र पांडे, महापौर गिरीश पति त्रिपाठी एवं महंत राजू दास उपस्थित रहे।