ड्रोन के जरिए खेती में आएगी नई क्रांति: कुलपति

 


कानपुर,25 नवम्बर (हि.स.)। ड्रोन के जरिए खेती में नई क्रांति आएगी। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के वित्त सहयोग से यह ड्रोन लाया गया है। यह बात शनिवार को चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय परिसर में हुए ड्रोन के सफल परीक्षण के बाद सीएसए के कुलपति डॉक्टर आनंद कुमार सिंह ने कही।

उन्होंने कहा कि इसका किसानों के प्रक्षेत्रों पर अधिक से अधिक ड्रोन का प्रयोग किया जा सके और किसान लाभान्वित होंगे। ड्रोन का परीक्षण आज जो किया गया है उससे किसानों की आय एवं उनके आत्मविश्वास को आगे बढ़ाने का कार्य होगा।

सीएसए के मीडिया प्रभारी डॉ.खलील खान ने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर में ड्रोन का सफल परीक्षण किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर आनंद कुमार सिंह ने ड्रोन को रवाना किया। इस अवसर पर ड्रोन के विशेषज्ञों द्वारा कुलपति को ड्रोन की तकनीक एवं उसके प्रयोग में ली जाने वाली सावधानियों तथा उपयोगिता के संबंध में विस्तार से बताया गया।

ड्रोन विशेषज्ञों ने कुलपति को बताया गया कि ड्रोन के माध्यम से 8 घंटे में 30 हेक्टेयर क्षेत्र में कृषि रक्षा रसायनों एवं उर्वरकों का छिड़काव करके कम रसायन से अधिक क्षेत्रफल में छिड़काव व लागत में कमी लाते हुए आय में वृद्धि की जा रही सकेगी। इस नई तकनीक के प्रयोग से सब्जियों फलों एवं उद्यानिकी फसलों में भी 10 मीटर की ऊंचाई तक फसलों में लगने वाले कीट रोगों के नियंत्रण में सुगमता प्राप्त होगी।

इस अवसर पर निदेशक प्रसार डॉक्टर आरके यादव, कुलसचिव डॉक्टर पी के उपाध्याय, डॉ मुनीश कुमार, मारुत ड्रोन हैदराबाद के ड्रोन विशेषज्ञ उदय किरन, डॉ महक सिंह सहित विभागाध्यक्ष एवं संकाय सदस्य, अधिकारी एवं वैज्ञानिक गण उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/राम बहादुर/मोहित