काशी विद्यापीठ में ' द काशी जर्नल ऑफ कॉमर्स' रिसर्च जर्नल के नए संस्करण का विमोचन

 




-विद्यापीठ के इतिहास में पहली बार ऑनलाइन जर्नल के रिलीज पर कुलपति ने दी बधाई

वाराणसी,03 अप्रैल (हि.स.)। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के वाणिज्य विभाग में बुधवार को ' द काशी जर्नल ऑफ कॉमर्स' रिसर्च जर्नल के नए संस्करण का विमोचन किया गया। जर्नल को ऑनलाइन मोड में वेबसाइट के माध्यम से एक्सेस करने के लिए कुलपति प्रो. आनन्द कुमार त्यागी ने बटन दबा कर शुभारंभ किया ।

इस अवसर पर प्रो. त्यागी ने कहा कि विद्यापीठ के इतिहास में प्रथम बार ऑनलाइन जर्नल के रिलीज करने पर बहुत ही प्रसन्नता की अनुभूति हो रही है । उन्होंने कहा कि इससे जर्नल का क्षेत्र वृहद हो सकेगा। इससे जर्नल और अधिक एक्सेसिबल एवं एक्सेप्टेबल बन सकेगा । उन्होंने कहा कि जर्नल के ऑनलाइन होने से शोधार्थियों को सुविधा हुई है। इससे गुणवत्तापूर्ण नवीनतम उभरते विषयों पर शोध-पत्रों का प्रकाशन भी संभव हो सकेगा । जर्नल की महत्ता का उल्लेख कर प्रो. त्यागी ने कहा कि आज डिजिटलाइजेशन के दौर में आर्थिक क्रियाकलापों के क्षेत्र में उभरते विभिन्न विषयों पर शोध करने की अत्यंत आवश्यकता है । वाणिज्य के क्षेत्र में विशेष रूप से क्रिप्टोकरेंसी, डिजिटल करेंसी , ईबैंकिंग , साइबर सिक्योरिटी, वर्चुअल अकाउंटिंग सिस्टम, डिजिटल मार्केटिंग, कंप्यूटराइज्ड अकाउंटिंग, ईरिटेलिंग, टूरिज्म एंड ट्रेवल सेक्टर, फाइनेंशियल सेक्टर , मार्केटिंग स्ट्रेटजी , हुमन रिसोर्स डेवलपमेंट, टैक्सेशन, मौद्रिक नीति , राजकोषीय नीति के क्षेत्र में अनुसंधान करने पर उन्होंने जोर दिया । उन्होंने शोधार्थियों से कहा कि वाणिज्य के क्षेत्र में नवोन्मेषी व वित्तीय समावेशन विषयों पर अपना ध्यान केंद्रित करें । स्वागत व्याख्यान संकायाध्यक्ष प्रो. अशोक कुमार मिश्र ने दिया। वर्ष 2004 से प्रकाशित इस जर्नल की विलक्षण ऐतिहासिक यात्रा को इस पड़ाव पर पहुंचाने एवं ऑनलाइन जर्नल के माध्यम से विशिष्ट जानकारी प्राप्त करने में उल्लेखनीय योगदान की भूमिका की विभागाध्यक्ष प्रो. अजीत कुमार शुक्ल ने जानकारी दी।

धन्यवाद ज्ञापन जर्नल के एडिटर प्रो. सुधीर कुमार शुक्ल ने किया। कार्यक्रम का संचालन जर्नल के सहायक एडिटर डॉ. आयुष कुमार ने किया । कार्यक्रम में प्रो. कृष्ण कुमार अग्रवाल, प्रो. कृपा शंकर जायसवाल , डॉ. धनंजय विश्वकर्मा तथा विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष,विद्यार्थी और शोध छात्र उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/सियाराम