बदलते पर्यावरण के अनुरूप खेती में भी बदलाव करना आवश्यकता: डॉ.आनंद कुमार सिंह

 




कानपुर,05 जुलाई(हि.स.)। बदलते पर्यावरण के अनुरूप खेती में भी बदलाव किए जाने की आवश्यकता है,इसके साथ-साथ धान,गेहूं आधारित फसल चक्र का विविधीकरण एवं सघनीकरण किया जाना आवश्यक है। ताकि खेती आधारित ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृण किया जा सके। यह बात शुक्रवार को चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के शोध निदेशालय द्वारा एग्रीटेक इनक्यूबेशन एवं प्रमोशन विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए सीएसए के कुलपति डॉ.आनंद कुमार सिंह ने कही।

कुलपति ने कृषि रक्षा रसायनों के अंधाधुंध प्रयोग पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि कृषि रक्षा रसायनों एवं रासायनिक उर्वरकों का संतुलित प्रयोग नितांत आवश्यक है। ताकि जैव विविधता में टिकाऊपन बना रहे।

उन्होंने कृषि आधारित उद्यमिता विकसित करने, कृषि उत्पादों के मूल्य संवर्धन करने तथा एफपीओ की संख्या बढ़ाने पर बल देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय कृषि स्टार्टअप संस्थाओं के साथ मिलकर ग्रामीण अंचल में रह रही आबादी की जीविका को बढ़ाने के लिए कृषि आधारित उद्यमिता इकाइयों को स्थापित करने में तकनीकी सहयोग प्रदान करेगा।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के निदेशक शोध डॉ पीके सिंह ने बताया कि प्रदेश में एग्रीटेक स्टार्टअप की असीम संभावनाएं हैं तथा सरकार द्वारा भी इन्हें प्रोत्साहित किया जा रहा है। कुछ एग्रीटेक स्टार्टअप की तकनीकों को सरकार द्वारा अपने प्रसार तंत्र में सम्मिलित कर लिया गया है।

कार्यक्रम में अंसर्ट एंड यंग ग्रुप के प्रतिनिधि एकांत विजय तथा सोशल अल्फा ग्रुप के प्रतिनिधि रतीश चरण द्वारा अपना-अपना प्रस्तुतीकरण किया गया है। इसके साथ-साथ नव विकसित स्टार्टअप इकोसाइट द्वारा मिट्टी परीक्षण किट, जीवनाहा द्वारा पोटैटो हार्वेस्टर, निया फॉर्म टेक द्वारा स्प्रे मशीन तथा श्री मारूत द्वारा बैटरी चली ट्रैक्टर पर प्रस्तुतीकरण करते हुए विकसित तकनीक के विषय में विस्तार से बताया गया।

विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉक्टर खलील खान ने बताया कि इस कार्यक्रम की अध्यक्ष विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.आनंद कुमार सिंह ने किया। इस कार्यक्रम में संयुक्त कृषि निदेशक कानपुर मंडल कानपुर अशोक कुमार तिवारी तथा उपनिदेशक कृषि अरुण चौधरी सहित 5 एफपीओ तथा 4 स्टार्टअप ने प्रतिभाग किया।

धन्यवाद ज्ञापन निदेशक प्रसार डॉक्टर आरके यादव द्वारा प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में डॉक्टर सी एल मौर्य, कृषक समिति के अध्यक्ष बाबू सिंह कृषि विज्ञान केन्द्रों के प्रभारी एवं अध्यक्ष, एफपीओ के प्रतिनिधि सहित प्रगतिशील किसान उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ राजीव ने किया ।

हिन्दुस्थान समाचार/ राम बहादुर/बृजनंदन