ऊर्जा संरक्षण और वैकल्पिक ऊर्जा में अनुसंधान की आवश्यकता

 


-आईआईएमटी विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस पर सेमिनार का आयोजन

मेरठ, 14 दिसम्बर (हि.स.)। राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस पर गुरुवार को आईआईएमटी विश्वविद्यालय में इनोवेशन इंस्टीट्यूशन सेल व जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। विशेषज्ञों ने ऊर्जा संरक्षण व वैकल्पिक ऊर्जा के स्रोतों का अनुसंधान करने की महती आवश्यकता बताई।

आईआईएमटी विश्वविद्यालय की कुलपति व इनोवेशन सेल की अध्यक्ष डॉ दीपा शर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय आईआईसी के मानको को पूरा करने के लिए कटिबद्ध है। शोध एवं नवाचार को आगे बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयासरत है।

संगोष्ठी में दीवान इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी की निदेशक डॉ शिल्पी बंसल ने ऊर्जा संरक्षण व वैकल्पिक ऊर्जा के स्रोतों में अनुसंधान की बात कही। आईआईएमटी विश्वविद्यालय के निदेशक मानव संसाधन व अधिष्ठाता अनुसंधान डॉ एके अग्रवाल ने ऊर्जा संरक्षण व गैर पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों के बारे में बताया। डॉ नवनीत शर्मा डीन लाइफ साइंस ने कहा कि आज के समय में वैकल्पिक ऊर्जा के क्षेत्र में अधिक प्रयास करने होंगे, जिससे यह सभी को सुलभ हो सके।

संगोष्ठी के द्वितीय सत्र में जैव प्रौद्योगिकी के विद्यार्थियों द्वारा ऊर्जा संरक्षण के नवीनतम तकनीक पर शोध पर प्रस्तुत किए गए। बीएससी बायोटेक्नोलॉजी के द्वितीय वर्ष के छात्र दृष्टि तनुश्री शिवम ने सेव फ्यूल- सिक्योर फ्यूचर पर शोध प्रस्तुत किया। श्रुति मुस्कान व वाजिद ने एल्गी के इस्तेमाल से बायोफ्यूल को किस प्रकार बनाया जाए पर शोध प्रस्तुत किया। बीएससी बायोटेक तृतीय वर्ष के छात्र मनप्रताप ने ग्लोबल क्लाइमेट चेंज पर, बीएससी द्वितीय वर्ष के छात्र राजीव एवं प्रशांत ने इनोवेशन इन रिनेबेबल सेक्टर पर, बीएससी तृतीय वर्ष के छात्र उज्ज्वल ने करंट स्टेटस ऑफ फॉसिल फ्यूल पर, एमएससी बायोटेक्नोलॉजी प्रथम वर्ष के छात्र निखिल देशवाल एवं खुशी दुबे ने इनोवेशन रेनेवेबल सेक्टर पर, बीएससी द्वितीय वर्ष के छात्र निकिता व आदित्य ने फ्यूचर ऑफ ग्रीन एंड क्लीन एनर्जी पर शोध प्रस्तुत किया। विद्यार्थियों को शोध प्रस्तुति हेतु प्रमाण पत्र देकर उनका उत्साहवर्धन किया गया।

संचालन डॉ शुभा द्विवेदी ने किया। आयोजन पर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगेश मोहनजी गुप्ता, प्रति कुलाधिपति डॉ मयंक अग्रवाल ने बधाई दी। इस अवसर पर डॉ संयुक्ता, डॉ शील मंगल, डॉ श्लोक, आयुषी, वंदना, खुशी, खुशहाली, निशांत, अहाना, दिशा, पारवी, दिव्यम आदि उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/डॉ कुलदीप/आकाश