भारतीय नवसंवत्सर पूरी तरह से वैज्ञानिक व प्रमाणिक : क्षेत्र कार्यवाह
हिन्दू नववर्ष महोत्सव में नव चैतन्य स्मारिका का लोकार्पण
लखनऊ, 09 अप्रैल (हि.स.)। पिंगल नव संवत्सर 2081 विक्रम संवत, भारतीय नव वर्ष के स्वागत अभिनंदन में नव वर्ष चेतना समिति की ओर से खाटू श्याम जी मंदिर प्रांगण में नववर्ष महोत्सव का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मंचस्थ अतिथियों ने जन-जन के नायक श्रीराम पर आधारित नवचैतन्य स्मारिका का लोकार्पण किया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पूर्वी उप्र क्षेत्र के क्षेत्र कार्यवाह डॉ. वीरेन्द्र जायसवाल ने कहा कि हमारा भारतीय नव वर्ष विक्रम संवत पूरी तरह से वैज्ञानिक और प्रमाणिक है। भविष्य में इसको पूरे भारतवर्ष में तथा प्रशासन में भी लागू करने का प्रयास समिति द्वारा किया जाना चाहिए।
नव वर्ष चेतना समिति की प्रयासों की सराहना करते हुए कहा हम सभी भारतवासियों का नैतिक कर्तव्य है की अपनी सभ्यता और संस्कृति की प्रामाणिकता को जीवंत बनाए रखने के लिए इस तरह के तमाम और प्रयास समाज के बीच में लाएं।
प्राणिमात्र को सनातन की तरफ लौटना ही पड़ेगा
इस्कॉन लखनऊ के अध्यक्ष अपरिमेय श्याम दास ने कहा कि विश्व कल्याण के लिए प्राणिमात्र को सनातन की तरफ लौटना ही पड़ेगा और इसके लिए पौराणिक और वैज्ञानिक मान्यताओं पर आधारित पिंगल नवसंवत्सर निश्चित ही एक संकल्प के तौर पर आज के परिवेश में प्रदर्शित हो रहा है। समिति के विशिष्ट अतिथि डॉ. एलपी मिश्रा ने बताया कि वह विगत काफी वर्षों से नव वर्ष चेतना समिति से जुड़कर इस पुण्य काम के भागी बने रहे हैं।
वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने अपने वक्तव्य में समिति के उद्देश्यों की पूर्ति और उसके महत्व को जन-जन तक पहुंचने में अपने हर संभव प्रयास का योगदान देने की बात कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता समिति की मुख्य संरक्षिका रेखा त्रिपाठी ने की। इसके अलावा अपरिमेय श्याम दास अध्यक्ष इस्कान लखनऊ एवं वरिष्ठ अधिवक्ता उच्च न्यायालय डॉ0 एल.पी. मिश्रा उपस्थित रहे। समिति के अध्यक्ष डॉ. गिरीश गुप्ता ने समिति के कार्य व्यवहार का परिचय देते हुए बताया कि हम सभी भारतीय अपने सभी धार्मिक और शुभ कार्य विक्रम संवतानुसार ही करते हैं।
सचिव डा. सुनील अग्रवाल ने कहा कि प्रथम राम मंदिर के प्रणेता सम्राट विक्रमादित्य द्वारा निष्पादित किए गए विक्रम संवत को भी जन-जन तक पहुंचाने और मनाने का काम नव वर्ष चेतना समिति विगत 15 वर्षों से कर रही है।
कार्यक्रम में गीता परिवार द्वारा एकल गीत प्रस्तुत करने के साथ-साथ राघवेंद्र सिंह का भी एकल गीत तथा प्रभु श्री राम को समर्पित प्रस्तुति दर्शनीय रही। कार्यक्रम में लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. एसपी सिंह, प्रान्त प्रचारक कौशल व विभाग प्रचारक अनिल, बाल संरक्षण आयोग के सदस्य श्याम त्रिपाठी,ओम प्रकाश पाण्डेय,डॉ. पुनीता अवस्थी, डॉ.रंजना द्विवेदी, एडवोकेट राकेश यादव, दीपक अग्रवाल, मीडिया प्रभारी आनंद पाण्डेय एवं भारत सिंह उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/बृजनन्दन/राजेश