पहली बार रॉकेट और मिसाईल बनाने वाले थे मुस्लिम : जमाल

 


लखनऊ, 27 मई(हि.स.)। मुस्लिम और शिक्षा विषय पर आयोजित हुई गोष्ठी में सज्जाद एजुकेशनल एन्ड वेलफेयर के अध्यक्ष जमाल मिर्जा ने कहा कि इस्लाम में शिक्षा के महत्व को दर्शाने के लिए यह बताना जरुरी है, आधुनिक युग के प्रारंभ में विश्व का पहला रॉकेट बनाने वाला भी एक मुस्लिम टीपू सुलतान था और भारत मे पहली मिसाईल बनाने वाला भी एक मुस्लिम एपीजे अब्दुल कलाम थे। जिन्हें भारत के राष्ट्रपति के रुप में दुनिया जानती है।

लखनऊ में दरगाह रोड पर नायाब पैलेस में गोष्ठी में जमाल मिर्जा ने कहा कि इस्लाम ने शिक्षा को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया है। आज के दौर मे मुस्लिम शिक्षा से दूर होता जा रहा है। या यूँ कहे कि साजिश रचकर मुस्लिम को शिक्षा से दूर किया जा रहा है तो गलत नहीं होगा। प्राफिट मुहम्मद के समय में एक चबूतरा केवल शिक्षा के प्रसार के लिए बनाया गया था। जिसे इस्लाम का पहला स्कूल भी कहा जाता है।

उन्होंने कहा कि चबूतरा से नवजवानों एवं बच्चों को शिक्षित किया जाता था। बाद में शिक्षा प्राप्त कर चुके लोगों को अन्य क्षेत्रों में शिक्षा के प्रसार के लिए भेजा जाता था। किन्तु एक सोची समझी साजिश के तहत इसलाम में पाखंडी धर्मगुरुओं को आगे बढ़ाया गया। महाभ्रष्ट मुस्लिम नेतृत्व पैदा किया गया। जिसने मुस्लिम को भ्रमित कर शिक्षा से दूर कर दिया।

गोष्ठी में तमाम वक्ताओं तुराज जैदी, मेहंदी हसन बबलू, शबाब हुसैन रिजवी, अजहर जमाल, जावेद मसीह, ताहिर हुसैन, अजरा मोबीन, जुल्फी मिर्ज़ा, जावेद मिर्ज़ा, ज़फर हुसैन, मिर्ज़ा मो अली अब्बास, अली सज्जाद, इमदाद इमाम, अफसर जाह रिज़वी ने अपनी बातों को रखा।

हिन्दुस्थान समाचार/शरद/राजेश