कामकाजी महिला छात्रावास बनाएगा गोरखपुर नगर निगम
गोरखपुर, 25 अक्टूबर (हि.स.)। आम तौर पर अपने घर और परिवार से अकेली लड़कियों और महिलाओं को नौकरी, प्रशिक्षण या शोध की पढ़ाई के लिए दूसरे शहर में जाना पड़ता है। इन अकेली लड़कियों एवं महिलाओं की सुरक्षा के लिए अब गोरखपुर नगर निगम ने 100 महिलाओं की क्षमता का ‘कामकाजी महिला छात्रावास’ निर्माण का मन बनाया है। इस छात्रावास का निर्माण सहारा स्टेट के पास स्थित नगर निगम की 3200 वर्ग मीटर जमीन पर होगा। इस छात्रावास में कामकाजी महिलाओं के साथ उनके बच्चों को रहने की अनुमति दिए जाने की संभावना है।
नगर निगम के मुख्य अभियंता संजय चौहान ने बताया कि कामकाजी महिला छात्रावास का संचालन रेंटल मोड में होगा। यह पूरा प्रोजेक्ट राज्य स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत बनेगा, जिसके लिए सीएनडीएस कार्यदायी संस्था नामित है। सीएनडीएस के प्रोजेक्ट मैनेजर विवेक गुप्ता ने बताया कि 100 महिलाओं की क्षमता का भूतल, प्रथम तल एवं द्वितीय तल का बहु-मंजिला भवन बनेगा। इसके अलावा कार्यालय, मेस, टॉयलेट, वॉशरूम, पार्किंग एवं ग्रीनबेल्ट एवं चहारदीवारी का निर्माण होगा। प्रवेश द्वार पर गार्डरूम भी बनेंगे। ताकि यहां रहने वाली महिलाएं स्वयं को सुरक्षित महसूस कर सकें। छात्रावास में 60 प्रतिशत सिंगल एवं 40 प्रतिशत डबल सीटर होंगे। फिलहाल, अभी परियोजना का विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट बन रहा है। परियोजना पर 15 से 16 करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है। नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने बताया कि उनकी कोशिश है कि जल्दी से परियोजना बनाकर शासन को भेज दी जाए। ताकि स्वीकृति की औपचारिकताएं होने के बाद निर्माण कराया जा सके।
सराहनीय एवं स्वागत योग्य कदम : रवि किशन शुक्ला
उधर गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद रवि किशन शुक्ला ने कहा कि नॉलेज सिटी के रूप में प्रतिष्ठित हो रहे गोरक्षनगरी में पठन पाठन एवं रोजगार की संभावनाएं साल 2017 के बाद बढ़ी हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा यहां कामकाजी महिला छात्रावास का निर्माण करना, सराहनीय एवं स्वागत योग्य पहल है। हमें उम्मीद है कि जल्द ही इस परियोजना का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों शिलान्यास हो जाएगा। सब जानते हैं कि वे जिस परियोजना का शिलान्यास करते हैं, लोकार्पण भी खुद ही करते हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/डॉ. आमोदकान्त/दिलीप