नगर निगम गलत या भूस्वामी सहील
झांसी,09 जुलाई(हि. स.)। प्रेमनगर थाना क्षेत्र स्थित गरिया गांव में आराजी नंबर 1587 की भूमि को लेकर बड़े असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है। शिकायत पर पैमाईस करते हुए भूमि को नजूल की भूमि दर्शा कर नगर निगम ने अपने पिलर और बोर्ड लगा दिए थे। बावजूद इसके चार माह बाद फिर निजी निर्माण कार्य शुरू हो गया। निर्माण कार्य करने वालों ने इस भूमि को अपना बताने का दावा किया है। अगर यह भूमि निर्माण कार्य करने वालों की है तो फिर नजूल की सरकारी भूमि कहा गई यह बड़ा प्रश्न है ? आखिर नगर निगम ने कैसे इस भूमि पर अपने बोर्ड पत्थर लगा कर शिकायत पर आख्या लगाई की भूमि कब्जे में लेकर सुरक्षित की गई। यह नगर निगम की कार्यवाही पर बड़ा प्रश्नचिन्ह है।
गौरतलब है कि गौरव साहू ने जनवरी माह में नगर निगम के अधिकारियों से शिकायत करते हुए बताया था कि प्रेमनगर क्षेत्र स्थित गरिया गांव में आराजी संख्या 1587 जो नजूल की भूमि है, उस पर कुछ लोगों द्वारा बाउंड्री बॉल बनाई जा रही है। नजूल की भूमि का मामला प्रकाश में आते ही नगर निगम की टीम ने मौका मुआयना करते हुए मौके पर अपने पिलर और बोर्ड लगाकर जमीन सुरक्षित करते हुए उसे नजूल की भूमि बताया था। साथ ही यह आख्या दी थी कि मौके पर राजस्व विभाग व नगर निगम की टीम द्वारा पैमाइस करते हुए चूना डाला गया और ननि ठेकेदार को पिलर तथा बोर्ड लगाने के निर्देश दिए। अपनी आख्या में लिखा कि मौके पर कोई निर्माण कार्य नहीं हो रहा है। इस आख्या के बाद करीब छह माह गुजरे ही थे कि उस जमीन पर फिर निर्माण कार्य शुरू हो गया। नगर निगम के पिलर और बोर्ड को अंदर करते हुए उसके चारों ओर से बाउंड्री बॉल बनाई जा रही है। निर्माण कार्य करने वाले दावा कर रहे कि यह जमीन उनकी है। अब मामला यहां फस रहा है कि आखिर अगर यह नजूल की भूमि है तो निर्माण कार्य करने वाले की भूमि कहां गई और अगर यह निर्माण कार्य करने वालों की भूमि है तो नजूल की भूमि कहां गई। सरकारी भूमियों पर हो रहे अवैध कब्जे को रोकने और भू माफियाओं पर कार्यवाही करने के दावे खोखले नजर आ रहे हैं।
इस संबंध में नगर आयुक्त सत्यप्रकाश ने बताया कि आराजी 1587 में ननि की भूमि सड़क में दब गई है। इसलिए उस जमीन को चिन्हित किया गया था। एसडीएम ने मामले में धारा 24 की कार्रवाई की है। जल्द ही मामले का निस्तारण होगा। हालांकि इस दौरान उन्होंने वहां पर हो रहे निर्माण कार्य को रुकवाने का निर्देश दिया।
हिन्दुस्थान समाचार / महेश पटैरिया / राजेश