बीएचयू और रिपब्लिक ऑफ साउथ कोरिया के बीच एमओयू, वेलनेस इन्डस्ट्री को मिलेगा बढ़ावा
वाराणसी, 19 मार्च (हि.स.)। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) और एओंगडॉक कल्चर एवं टूरिज्म फाउन्डेशन (वाईडीसीटी), रिपब्लिक ऑफ साउथ कोरिया के बीच मंगलवार को एक एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया। विश्वविद्यालय के केन्द्रीय कार्यालय समिति कक्ष संख्या-02 में बीएचयू कुलसचिव प्रो. अरुण कुमार सिंह और कार्यपालक निदेशक, एओंगडॉक कल्चर ली थाइ हो की मौजूदगी में समझौता पत्र पर हस्ताक्षर हुआ।
बीएचयू आयुर्वेद संकाय के प्रमुख प्रो. प्रदीप कुमार गोस्वामी के अनुसार एमओयू निश्चित रूप से भारत एवं रिपब्लिक ऑफ साउथ कोरिया के सम्बन्धों के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य रक्षण, वेलनेस इन्डस्ट्री एवं सांस्कृतिक सहयोग में बढ़ावा देगा। भारतीय चिकित्सा पद्धति एवं रिपब्लिक ऑफ साउथ कोरिया के पारम्परिक चिकित्सा पद्धति अपने आधारभूत सिद्धान्तों एवं प्रैक्टिसेस में काफी एकरूपता रखते हैं। भारत एवं रिपब्लिक ऑफ साउथ कोरिया के द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने में संयुक्त उद्यम, शिक्षा और ज्ञान के आदान-प्रदान और गुणवत्तापूर्ण आदान-प्रदान के समग्र उत्थान के लिए एमओयू निकट भविष्य में लैण्डमार्क सिद्ध होगा।
इस अवसर पर बीएचयू चिकित्सा विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. एस.एन. शंखवार, प्रो. राजेश सिंह, इन्टरनेशनल सेन्टर के संयोजक प्रो. एस.वी.एस. राजू, प्रो. जे.एस. त्रिपाठी, डॉ ए.के. द्विवेदी आदि भी मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/आकाश