सड़क हादसे मां का भी साया उठा बच्चों के सिर से
जौनपुर, 04 मई (हि.स.)। मुंगराबादशाहपुर थाना अंतर्गत छतौना गांव में अपने पांच बच्चों के साथ मायके में रह रही सावित्री देवी की कुछ तबीयत खराब थी। शनिवार को बच्चों से कहकर निकली कि वह दवा लेकर आ रही है। लेकिन वह हादसे का शिकार हो गई। मां की लाश बच्चों ने देखा तो दहाड़ कर रोने लगे।
सावित्री पत्नी स्व0 धर्मेंद्र कुमार शनिवार को दोपहर में छनैता गांव से मुंगराबादशाहपुर दवा लेने आई थी। दवा लेकर वह प्रयागराज मार्ग पर हिंदू इंटर कालेज के पास खड़ी होकर वाहन का इंतजार कर रही थी। इसी दौरान प्रयागराज की तरफ तेज गति से जा रही ट्रक ने जोरदार धक्का मार दिया। जिससे वह गम्भीर रूप से घायल हो गयी। आसपास के लोगों की मदद से अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बच्चे मां का इंतजार कर रहे थे। मृतक मां के चारों तरफ बच्चे खड़े होकर रोने लगे तो माहौल गमगीन हो गया।
सावित्री देवी की शादी 10 साल पहले सुजानगंज के बेलवार में धर्मेंद्र कुमार के साथ हुई थी। दो वर्ष पूर्व धर्मेंद्र की अचानक मौत हो गई। सावित्री अपने पिता बलवंता के घर रहने लगी थी। बूढ़े पिता बलवंता को भी गहरा सदमा लगा है। वह रोते रोते-रोते बेहोश हो जा रहे हैं। बलवंता को एक ही पुत्री सावित्री देवी थी जो आज काल के गाल में समा गई। जहां एक तरफ बूढ़े पिता की आंखें पथरा सी गई है, वहीं बच्चों के सिर से बाप के बाद मां का भी साया छिन गया। बच्चों के करुण क्रंदन सुनकर हर कोई विचलित है।
हिन्दुस्थान समाचार/विश्व प्रकाश/विद्याकांत