मुख्यमंत्री निराश्रित गोवंश सहभागिता योजना: झांसी मंडल में 21 हजार से अधिक गोवंश संरक्षित

 


- झांसी, ललितपुर और जालौन के 10,195 पशुपालक ले रहे योजना का लाभ

- प्रति गौवंश 1500 रुपये प्रतिमाह पशुपालक को देती है योगी सरकार

झांसी, 13 सितंबर (हि.स.)। निराश्रित गोवंशों को संरक्षण देने के लिए योगी सरकार द्वारा शुरू की गयी मुख्यमंत्री निराश्रित-बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना ने बुंदेलखंड में बड़ी संख्या में गोवंशों को संरक्षण देने और पशुपालकों को आर्थिक मदद प्रदान करने का काम किया है। इस योजना के माध्यम से झांसी मंडल के तीन जिलों जालौन, ललितपुर और झांसी में 21,183 निराश्रित गोवंश पशुपालकों के सुपुर्द किये गए हैं और इसके एवज में इन पशुपालकों को प्रति गोवंश प्रतिदिन 50 रुपये यानि 1500 रुपये प्रतिमाह प्रदान कर रही है। एक पशुपालक अधिकतम चार गोवंश को पालने के लिए ले सकता है।

मुख्यमंत्री निराश्रित-बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना के अंतर्गत ललितपुर जिले में 4956 पशुपालकों को 11,849 निराश्रित गोवंश देकर संरक्षित किये गए हैं। जालौन जिले में 2542 पशुपालकों ने 4534 निराश्रित गोवंश पालने के लिए लिया हैं और झांसी जिले में 2697 पशुपालकों ने 4800 निराश्रित गोवंश पालने के लिए लिया हैं। तीनों जिलों में कुल 10,195 पशुपालकों ने 21,183 निराश्रित गोवंश पालने के लिए लिया है। योजना के अंतर्गत प्रति पशु प्रतिदिन 50 रुपये यानि प्रति पशु प्रतिमाह 1500 रुपये प्रदान किया जाता है।

पशुपालन विभाग के झांसी मंडल के अपर निदेशक डॉ राजीव कुमार सक्सेना ने बताया कि मुख्यमंत्री निराश्रित-बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना के माध्यम से लाभार्थी व्यक्ति को अधिकतम चार गोवंश सुपुर्दगी में दिए जाते हैं। यह योजना लोगों के लिए रोजगार का भी जरिया साबित हो रही है और पशुपालन की प्रवृत्ति बढ़ रही है। बेसहारा और निराश्रित गोवंशों को संरक्षित करने में भी इससे मदद मिल रही है।

हिन्दुस्थान समाचार / महेश पटैरिया