उप्र में चार दिन कमजोर रहेगा मानसून, बढ़ेगा तापमान
— तराई के क्षेत्रों में होती रहेगी हल्की से मध्यम बारिश
कानपुर, 15 जुलाई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश से मानसून एक बार फिर रुठ गया और आगामी चार दिन अधिक बारिश की संभावना नहीं है। हालांकि स्थानीय स्तर पर बूंदाबांदी के आसार बने हुए हैं। इसके साथ ही गंगा के तराई क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाओं के कारण होती रहेगी। इस बीच आसमान में बादलों की आवाजाही बनी रहेगी। मौसम विभाग ने चार दिन बाद तेज बारिश की संभावना जताई है।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने सोमवार को बताया कि मानसून की जो अक्षीय रेखा उत्तर प्रदेश में टिकी थी वह अब दक्षिण भारत की ओर खिसक गई है। वेधशाला से जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक 20 जुलाई को मानसून की अक्षीय रेखा उत्तर भारत की ओर आ सकती है। ऐसे में 20 के बाद ही उत्तर प्रदेश में तेज बारिश की संभावना है। इस बीच स्थानीय स्तर पर बूंदाबांदी होती रहेगी और तापमान में बढ़ोत्तरी होगी। जिससे उमस भरी गर्मी बरकरार रहेगी। हालांकि गंगा के तराई के क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार बने हुए हैं।
उन्होंने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 37.2 और न्यूनतम तापमान 28.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से क्रमश: 3.2 और 1.6 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 81 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 55 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पूर्व रही जिनकी औसत गति 6.1 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार कानपुर में अगले पांच दिनों में हल्के बादलों की आवजाही के बीच सिर्फ खंड बारिश, बौछारें केवल कुछ पॉकेट्स में ही होने के आसार है। इसके साथ ही उमस भरी गर्मी भी बने रहने की संभावना है।
हिन्दुस्थान समाचार / अजय सिंह / मोहित वर्मा