युद्ध के दाैरान सुरक्षा काे लेकर हुआ मॉक ड्रिल
कानपुर, 07 मई (हि.स.)। भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध की आशंकाओं के चलते शासन के निर्देश पर जनपद में शाम चार बजते ही जनपद के 13 स्थानों पर मॉक ड्रिल हुआ। जिसके जरिए विपरीत परिस्थिति में डरने के बजाय एक दूसरे की सहायता करने का अभ्यास कराया गया। इस मॉक ड्रिल में फायर ब्रिगेड टीम स्थानीय पुलिस बल एवं सिविल डिफेंस के लोग संयुक्त रूप से मौजूद रहे।
इस मॉक ड्रिल के जरिए रेस्क्यू और आंख से बचाव को लेकर लोगों को जागरूक किया गया है। इसके अलावा आग लगने की विपरीत स्थिति में मेडिकल उपकरण जैसे स्ट्रेचर ना होने पर भी घायलों को किस तरह से बचाया जाए। इसका भी अभ्यास कराया गया। सायरन बजने के बाद सभी को कान बंद कर पेट के बल लिटाया गया। दूसरा सायरन बजाने का इशारा होता है कि अब कोई खतरा नहीं है।
मॉक ड्रिल में हिस्सा लेने वाले युवक विकास ने बताया कि इस अभ्यास में बहुत कुछ सीखने को मिला। जैसे कि पड़ोसी देश हमारे ऊपर अटैक करता है तो हम लोग आकाशीय हमले से किस तरह से बचा जाए। साथ ही इन हमलों के दौरान यदि घर में रखे सिलेंडर में आग लग जाए। तो इस विपरीत परिस्थिति में घबराने के बजाय उससे किस तरह से निपटा जाए और युद्ध के दौरान यदि कोई व्यक्ति घायल हो जाए तो उसे जल्द से जल्द मेडिकल सुविधा कैसे महिया कराई जाए?
जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि अधिकारियों की मौजूदगी में सिविल डिफेंस के लोगों द्वारा शहर वासियों को युद्ध के दौरान विपरीत परिस्थितियों से निपटने के अभ्यास कराए गए हैं। युद्ध की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए यह अभ्यास जारी रहेंगे। साथ ही सबसे ज्यादा खतरा रात के समय होता है इसलिए रात साढ़े नौ बजे ब्लैकआउट के जरिए भी लोगों को जागरूक किया गया।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप