दिग्भ्रमित एवं विकास से कोसों दूर : अनुपम मिश्रा

 


लखनऊ, 05 फरवरी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश सरकार का यह बजट दिशाहीन, दिग्भ्रमित, किसान और नौजवान विरोधी होने के साथ-साथ जन भावनाओं के प्रतिकूल है। इस बजट में ऐसी कोई बात नहीं कही गई है और न ही कोई ऐसा प्राविधान किया गया जिससे प्रदेश के आर्थिक विकास का मार्ग प्रशस्त होता हो। यह बातें राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के राष्ट्रीय सचिव अनुपम मिश्रा ने कही।

रालोद के राष्ट्रीय सचिव ने सोमवार को योगी सरकार के आए बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कुछ चंद पूंजीपतियों के हितों के संवर्धन एवं कमीशनखोरी को बढ़ावा देने वाला यह बजट है। इसमें महिलाओं, श्रमिकों, मजदूरों, किसानों, खुदरा, दुकानदारों, नौकरी करने वालों के लिए कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि हम सबमें इस बजट से निराशा है। सबका साथ सबका विकास जुमला साबित हुआ। यथार्थ में धरातल पर स्थितियां इसके बिलकुल विपरीत हैं, सरकार को विकास के नाम पर वोट चाहिए पर विकास नहीं करना है।

हिन्दुस्थान समाचार/मोहित/सियाराम