उप्र में पछुआ हवाओं से दिन में भी गलन बरकरार

 


कानपुर, 12 जनवरी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में बीते तीन दिनों से मौसम में बदलाव देखा जा रहा है। धूप निकलने से कोहरा जल्दी छट जाता है। इससे वाहन चालकों को काफी राहत मिल रही है लेकिन पछुआ हवाओं के चलने से गलन बरकरार है। मौसम विभाग का कहना है कि न्यूनतम तापमान लगातार नीचे गिर रहा है। इससे लोगों को फिलहाल गलन से राहत नहीं मिलने वाली है।

चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस. एन. सुनील पाण्डेय ने शुक्रवार को बताया कि 15 जनवरी के आसपास पूर्वोत्तर मानसून की समाप्ति के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं। पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और आसपास के इलाकों पर बना हुआ है। पछुआ हवाओं के चलने से हिमालय से सर्द हवाएं गंगा के मैदानी इलाकों पर बराबर आ रही हैं। इससे दिन में भी गलन बनी हुई है। इस तरह का मौसम अभी एक सप्ताह तक बने रहने के आसार हैं। सिहरन भरी सर्दी लोगों को परेशान करती रहेगी। न्यूनतम तापमान में अधिक गिरावट के चलते अधिकांश जनपदों में कोल्ड डे की स्थितियां बन गई हैं।

उन्होंने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 17.4 और न्यूनतम तापमान 3.0 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा है। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 94 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 64 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 2.8 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों तक आसमान साफ रहेगा। सुबह एवं रात के समय शीत लहर/घने कोहरा छाये रहने के आसार हैं। दोपहर बाद धूप निकलने की संभावना है परंतु दिन में भी गलन वाली सर्दी बनी रहेगी।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय/दीपक/दिलीप