मेरठ महायोजना 2031 पर मेडा बोर्ड बैठक में लगी मुहर
मेरठ, 17 अगस्त (हि.स.)। मेरठ महायोजना 2031 को गुरुवार को मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) की बोर्ड बैठक में मंजूरी मिल गई। इससे महायोजना में शामिल कस्बों को भी औद्योगिक क्षेत्र में शामिल किया गया है। इससे मेरठ में विकास के नए मार्ग तैयार होंगे।
मेरठ विकास प्राधिकरण की 124वीं बोर्ड बैठक गुरुवार को आयोजित हुई। मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे. की अध्यक्षता में हुई बोर्ड बैठक में महायोजना 2031 पर मुहर लग गई। अब महायोजना को मंजूरी के लिए शासन को भेजा जाएगा। वहां से पास होने के बाद महायोजना को लागू कर दिया जाएगा। मेडा उपाध्यक्ष अभिषेक पांडेय के अनुसार, इस महायोजना के जरिए लगभग दो हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा। इससे मेरठ के विकास की नई राह तैयार होगी। मेरठ महायोजना 2031 का दायरा महायोजना 2021 की तुलना में दोगुना है। पिछली महायोजना का क्षेत्रफल 500 वर्ग किलोमीटर था। इस बार 1043 वर्ग किलोमीटर की महायोजना है। महायोजना में औद्योगिक क्षेत्र का दायरा बढ़ाया गया है। आयुक्त सेल्वा कुमारी जे. ने महायोजना में शामिल करने के लिए कुछ सुझाव दिए।
प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने बताया कि तीन साल बाद महायोजना को बोर्ड बैठक में सैद्धांतिक मंजूरी मिली है। इन्वेस्टर्स समिट के तहत लगभग 500 एमओयू साइन किए गए थे, जिनमें जमीन विस्तारीकरण संभव है। बैठक में जिलाधिकारी दीपक मीणा, मेडा सचिव चंद्रपाल तिवारी, रंजीत कुमार आदि उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/कुलदीप/दिलीप