मेडा उपाध्यक्ष ने पकड़वाए रिश्वत लेने वाले दो कर्मचारी, निलंबित

 


मेरठ, 18 दिसम्बर (हि.स.)। मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) के उपाध्यक्ष अभिषेक पांडेय ने सोमवार को रिश्वत लेने वाले दो कर्मचारियों को एंटी करप्शन विभाग को सौंप दिया। इसके बाद दोनों को निलंबित कर दिया। उपाध्यक्ष ने भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के खिलाफ अभियान तेज करने की बात कही है।

लावड़ कस्बे के लोगों ने मेडा उपाध्यक्ष अभिषेक पांडेय से दो अनुचरों वेदप्रकाश और सुदेश पर अवैध निर्माण पर सीलिंग के नाम पर रिश्वत लेने की शिकायत की थी। ये कर्मचारी लोगों से चार से पांच हजार रुपए वसूल रहे थे। सोमवार को उपाध्यक्ष अभिषेक पांडेय ने एंटी करप्शन विभाग के इंस्पेक्टर दुर्गेश कुमार को बुलाकर दोनों कर्मचारियों को उन्हें सौंप दिया। इसके बाद वेदप्रकाश और सुदेश को निलंबित कर दिया गया। मेडा उपाध्यक्ष ने एसएसपी को दोनों कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए पत्र लिखा है। मेडा सचिव चंद्रपाल तिवारी को पूरे मामले की जांच सौंपी गई है। सचिव को 15 दिन में जांच रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं।

रिश्वतखोरी के आरोप में न केवल दो अनुचरों को निलंबित कर दिया। वीसी ने खुद दोनों कर्मचारियों को दफ्तर में बुलाकर एंटी करप्शन टीम को सौंप दिया। साथ ही एसएसपी को एफआईआर के लिए पत्र भेजकर सचिव को जांच सौंप दी है। सचिव को 15 दिन के अंदर रिपोर्ट देनी है। इस कार्रवाई से मेडा कार्यालय में हड़कंप मचा हुआ है।

हिन्दुस्थान समाचार/ डॉ. कुलदीप/सियाराम