लंकेश भक्त मंडल विजय दशमी पर करेगा रावण की महाआरती, पुतला दहन का विरोध

 


मथुरा, 23 अक्टूबर(हि.स.)। लंकेश भक्त मंडल द्वारा विजय दशमी के अवसर पर मंगलवार को भगवान शिव के परम भक्त त्रिकालदर्शी प्रकांड विद्वान महाराज रावण की महाआरती की जाएगी। दशानन रावण के पुतला दहन का विरोध किया जाएगा। यह जानकारी सोमवार शाम लंकेश भक्त मंडल के अध्यक्ष ओमवीर सारस्वत एडवोकेट ने दी है।

लंकेश भक्त मंडल के अध्यक्ष ने बताया है कि भगवान श्री राम ने लंका पर विजय प्राप्त करने के लिए भगवान शिव की विशेष पूजा का आयोजन किया था। भगवान श्री राम ने आचार्य स्वरूप में रावण से पूजा कराने का निर्णय लिया था जिसके लिए जामवंत जी को लंका में रावण के पास निमंत्रण भेजा था।दशानन जानकी जी को साथ लेकर समुद्र तट पर आए थे।जहां भगवान राम ने माता सीता के साथ शिव लिंग की स्थापना कर के विशेष पूजा कराई थी ।लंकेश को अपना आचार्य बनाया था । लंकेश द्वारा कराई गई पूजा वाली जगह को रामेश्वरम नाम से जाना जाता है। रावण का पुतला दहन एक कुप्रथा है। सनातन धर्म में हिंदू संस्कृति में एक व्यक्ति का एक बार ही अंतिम संस्कार किया जाता है। बार-बार नहीं।

लंकेश भक्त मंडल द्वारा विजय दशमी पर मंगलवार को यमुना पार पुल के नीचे स्थित शिव मंदिर पर सुबह 11 बजे महाराज दशानन की महाआरती की जाएगी। फिर लंकेश के स्वरूप के द्वारा भगवान शिव की विशेष आराधना की जाएगी। लंकेश भक्त मंडल द्वारा रावण के पुतला दहन का विरोध किया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार/महेश/सियाराम