पंचतत्व में विलीन हुआ शहीद जवान, नम आंखों से दी गई विदाई
कानपुर, 25 दिसम्बर (हि.स.)। जम्मू कश्मीर के राजौरी में सर्च ऑपरेशन के दौरान शहीद हुए कानपुर के लाल करन सिंह यादव का पार्थिव शरीर सोमवार को पांचवे दिन गांव पहुंचा। लोगों ने नम आंखों से विदाई दी और करन अमर रहे के नारे लगे। इसके बाद बिठूर में शहीद जवान को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई और शहीद जवान पंचतत्व में विलीन हो गया।
भाऊपुर गांव निवासी बालकराम यादव का 30 वर्षीय बेटा करन सिंह यादव सेना में लांस नायक के पद पर तैनात था। पांच दिन पहले जम्मू कश्मीर के राजौरी क्षेत्र में सेना सर्च आपरेशन चला रही थी तभी आतंकवादियों ने हमला कर दिया और लांस नायक करन सिंह यादव सहित पांच जवान शहीद हो गये थे। सेना पहले शहीद जवान करन सिंह यादव का शव गांव नहीं लाना चाहती थी और परिजनों को ऊधमपुर ले गये थे। इसको लेकर शनिवार को ग्रामीणों ने जीटी रोड को जाम कर जमकर हंगामा काटा था। शहीद के शव को गांव लाने के लिए अड़ गये थे। इस पर पुलिस के आलाधिकारियों ने सेना के अधिकारियों से वार्ता की तब जाकर शहीद का शव गांव लाया गया।
शहीद का पार्थिव शरीर आते ही जन सैलाब उमड़ पड़ा। लोग पुष्पवर्षा कर नम आंखों से भारत माता की जय, वंदे मातरम और शहीद करन अमर रहे के नारे लगाने लगे। करीब एक घंटा तक शहीद का पार्थिव शरीर लोगों को देखने के लिए रखा गया। जिलाधिकारी, पुलिस कमिश्नर, सैन्य अधिकारियों के साथ प्रदेश के कई मंत्री, सपा विधायकों व अन्य पदाधिकारियों ने शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद सेना के जवानों ने शहीद का पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार के लिए बिठूर ले गये जहां पर राजकीय सम्मान के साथ शहीद जवान को अंतिम विदाई दी गई और शहीद जवान पंचतत्व में विलीन हो गया।
हिन्दुस्थान समाचार/अजय/विद्याकांत