प्रशासनिक व्यवस्था को प्रभावी बनाने के लिए करें सकारात्मक योगदानः प्रो. सुधीर जैन
-सतर्कता जागरूकता सप्ताह में बीएचयू के अधिकारियों व कर्मचारियों को दिलाई गई शपथ
वाराणसी, 30 अक्टूबर (हि.स.)। कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सदस्यों का आह्वान किया है कि वे प्रशासनिक व्यवस्था व प्रक्रिया को और प्रभावी बनाने के लिए सकारात्मक योगदान दें। सोमवार को विश्वविद्यालय में सतर्कता जागरूकता सप्ताह के आरंभ होने पर आयोजित कार्यक्रम में कुलपति कर्मचारियों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से विश्वविद्यालय के बारे में सकारात्मक धारणा बनाने में मदद मिलेगी।
कुलपति प्रो. जैन ने कहा कि प्रवेश, चयन तथा खरीद प्रक्रिया ऐसे तीन क्षेत्र हैं, जो किसी भी शिक्षण संस्थान व विश्वविद्यालय की छवि को बना या बिगाड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों के प्रबंधन व प्रशासन में कमियों व अकुशलता से न सिर्फ विश्वविद्यालय के प्रदर्शन पर प्रतिकूल असर पड़ता है, अपितु शैक्षणिक उत्कृष्टता दी दिशा में प्रगति भी प्रभावित होती है। प्रो. जैन ने कहा कि इन क्षेत्रों में कुशल कामकाज हितधारकों व आमजन के बीच बीएचयू की छवि को और सशक्त करेगा। कुलपति ने कहा कि सतर्कता जागरूकता सप्ताह हम सब के लिए अवसर है उन उपायों व तरीकों पर विचार करने एवं उन्हें अपनाने का, जिनसे हम भ्रष्टाचार को ख़त्म कर व्यवस्था को और असरदार बनाकर जनहित में कार्य कर सकते हैं।
विवि के कुलसचिव प्रो. अरुण कुमार सिंह ने कहा कि परिवर्तन की शुरुआत व्यक्तिगत स्तर पर होती है। यदि प्रत्येक व्यक्ति अपने व्यवहार में सकारात्मक परिवर्तन लाने लगे, तो अंततः व्यवस्थाएं भी कुशल व बेहतर हो जाएंगी।
वित्ताधिकारी डॉ अभय कुमार ठाकुर ने कहा कि हमें ये सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारी कार्यप्रणाली से लोगों को मदद मिले, जिससे संस्थान के प्रति अनुकूल व अच्छी धारणा प्रबल हो। इससे पहले विश्वविद्यालय के अधिकारियों व कर्मचारियों ने सत्यनिष्ठा की शपथ ली। विश्वविद्याय के केन्द्रीय कार्यालय स्थित समिति कक्ष में सतर्कता एवं गोपनीय अनुभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में परीक्षा नियंता प्रो. एन.के. मिश्रा, संयुक्त कुलसचिव डॉ एस.पी. माथुर, डॉ संजय कुमार, डॉ नंदलाल आदि भी मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/आकाश