भारतीय संस्कृति में मकर संक्रांति को मिला है महापर्व का दर्जा : मंत्री गिरीश यादव

 


जौनपुर,15 जनवरी(हि.स.)। सूर्य की उपासना के सबसे बड़े पर्व 'मकर संक्रांति' को भारतीय संस्कृति में महापर्व का दर्जा दिया गया है। सामाजिक एकता,समरसता,ओजस्विता और प्रगति के पर्व मकर संक्रांति पर खिचड़ी सहभोज का आयोजन करने वाले नगर के कार्यकर्ता साधुवाद के पात्र हैं।

उक्त बातें सोमवार को खेल एवं युवा कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश चंद्र यादव ने नगर दक्षणि द्वारा अयोजित खिचड़ी सहभोज कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।

भाजपा के जिलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह ने कहा कि समाज के सभी दबे कुचले,शोषित,गरीब भाइयों के साथ भोजन कर ऊंच-नीच जाति-पांत का भेदभाव खत्म करने का जो प्रयास भाजपा नगर के कार्यकर्ताओं ने किया है, वह समाज के अन्य लोगों के लिए भी अनुकरणीय है।

नगर अध्यक्ष अमित श्रीवास्तव ने मकर संक्रांति पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि एक साथ भोजन करने से सामाजिक सद्भाव एवं समरसता में वृद्धि होती है और इस तरह का आयोजन समाज के सभी जाति,पंथ,धर्म और वर्ग के लोगों को एकजुट रखने में सहायक होती है।

पूर्व जिलाध्यक्ष हरिश्चंद्र सिंह ने कहा कि समरस समाज के निर्माण के लिए भाजपा के कार्यकर्ता कटिबद्ध हैं। जौनपुर उत्तरी अध्यक्ष विकास शर्मा ने कहा कि स्वस्थ और सुंदर समाज के निर्माण के लिए इस तरह के आयोजन निरंतर होते रहने चाहिए।

उत्तर प्रदेश मीडिया पैनलिस्ट ओमप्रकाश सिंह ने कहा कि भारतीय संस्कृति एवं हिंदू धर्म में त्योहारों का अपना अलग ही महत्व है और इन त्योहारों को मिल-जुल कर मनाने की परंपरा रही है।

नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष प्रतिनिधि डॉ रामसूरत मौर्य ने कहा कि खिचड़ी सहभोज का संदेश बहुत ही व्यापक है और इस तरह के कार्यक्रम से सामाजिक एकता बलवती होती है।

हिन्दुस्थान समाचार/विश्व प्रकाश/राजेश