फ्लैट से सेक्स रैकेट पकड़े जाने के मामले में महिला कांग्रेस ने शालिनी यादव पर साधा निशाना

 


- सवाल,पहले यह स्पष्ट करें पति के नाम से अगर फ्लैट है तो उसमें पत्नी का अधिकार नहीं होता है क्या ?

वाराणसी,5 दिसंबर (हि.स. )। उत्तर प्रदेश के वाराणसी के शक्ति शिखा सिगरा स्थित फ्लैट में देह व्यापार मामले में सियासत भी गरमाने लगी है। फ्लैट मालिक अरुण यादव की पत्नी शालिनी यादव के बयान और बीते दिनों उनके द्वारा की गई प्रेस कांफ्रेंस को लेकर महिला कांग्रेस ने पलटवार किया है। शुक्रवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में वाराणसी जिलाध्यक्ष महिला कांग्रेस अनुराधा यादव व महानगर अध्यक्ष महिला कांग्रेस पूनम विश्वकर्मा, पूर्व पीसीसी सदस्य वरिष्ठ महिला नेत्री पूनम कुंडु ने शालिनी यादव को सीधे निशाने पर लिया। यही नहीं पार्टी की वरिष्ठ नेत्री सुप्रिया श्रीनेत्र, महानगर अध्यक्ष वाराणसी समेत कांग्रेस जनों के ऊपर लगाए गए आरोपों का जबाब देकर शालिनी यादव से सवाल भी किया।

महिला कॉंग्रेस के पदाधिकारियों ने कहा कि इस पूरे प्रकरण में शालिनी यादव की बौखलाहट ग़लत है। उसी फ्लैट में पहले शालिनी यादव द्वारा निष्पक्ष भारत दूत अख़बार का दफ़्तर चलाया जाता था। अब जब सेक्स रैकेट का खुलासा हुआ, तो जल्दबाज़ी में फर्जी एग्रीमेंट दिखाकर पल्ला झाड़ने की कोशिश की जा रही है। शालिनी यादव “कांग्रेस पर आरोप लगाने से पहले यह स्पष्ट करें पति के नाम से अगर फ्लैट है तो उसमें पत्नी का अधिकार नहीं होता है क्या?। कहा गया कि कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत्र , वाराणसी के महानगर अध्यक्ष के खिलाफ लगाए गए आरोप मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश मात्र है। फ्लैट अरुण यादव के नाम है, लेकिन संचालन कौन करता था?। क्या पति-पत्नी अलग रहते हैं? । यदि हाँ, तो कब से और इसका प्रमाण क्या है?। जब निष्पक्ष भारत दूत अखबार का ऑफिस उसी फ्लैट में चल रहा था, तो सारी गतिविधियों की जानकारी किसके पास थी? । आरोप लगाया कि आठ माह से सेक्स रैकेट चल रहा है। क्या फ्लैट मालिक को कोई जानकारी नहीं थी?। फर्जी एग्रीमेंट बनाकर सच नहीं छिपाया जा सकता।

महिला कांग्रेस की मांग, निष्पक्ष जांच और जिम्मेदार पर हो कार्रवाई

महिला कांग्रेस ने पुलिस प्रशासन से माँग किया कि पूरे प्रकरण की स्वतंत्र व निष्पक्ष जांच हो,फ्लैट की स्वामित्व व उपयोगिता की जाँच की जाए और वास्तविक जिम्मेदार व्यक्ति पर कड़ी कार्रवाई हो। जिस प्रकार पूर्व में अन्य सेक्स रैकेट जो पकड़े गये हैं उनके भवन स्वामियों पर कार्यवाही हुई है उसी आधार पर जाँच करके अरुण यादव, शालिनी यादव पर कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। जिससे भविष्य में इस तरह के अनैतिक कार्य दोबारा ना किया जा सके।

बताते चलें कि जिस फ्लैट में पुलिस ने बीते दिनों सेक्स रैकेट पकड़ा था वह शालिनी यादव व उसके पति अरुण यादव का है। शालिनी यादव राजनेता हैं और पहले कांग्रेस पार्टी से वाराणसी मेयर का चुनाव लड़ चुकी हैं। इसके बाद 2019 में सपा से वाराणसी लोकसभा सीट का भी चुनाव लड़ चुकी हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी