माघ व कुम्भ मेला के प्रवर्तक महर्षि भरद्वाज की शोभायात्रा 30 जनवरी को

 


प्रयागराज, 24 जनवरी (हि.स.)। प्रयागराज विद्वत् परिषद् अपने तीर्थों के पुनर्जागरण हेतु ऋषि-महर्षियों के पुर्नस्मरण अभियान चला रहा है। जिसके अंतर्गत 30 जनवरी को महर्षि भरद्वाज की जयन्ती पर उनके प्रतिमा स्थल पर सदस्य रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती पुष्पांजलि कर शोभा यात्रा का शुभारम्भ करेंगे।

यह बातें लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. के.बी पांडेय ने सिविल लाइन्स में प्रयागराज विद्वत परिषद की बैठक में सम्बोधित करते हुए कहीं। प्रो केबी पांडेय ने 30 जनवरी को शोभा यात्रा की तैयारियों पर चर्चा किया और कहा व्यवस्था प्रमुख और व्यवस्था समिति की जिम्मेदारी बढ़ जाती हैं। किन-किन मार्गो से यात्रा निकलेगी उसका रूट मैप बनाकर सोशल मीडिया में प्रसारित कराएं। जिससे दर्शनार्थियों और श्रद्धांलुओं को परेशानी न हो।

अभिषेक मिश्रा ने बताया कि संगम तक शोभायात्रा की अगुवाई पीठाधीश्वर बैकुंठधाम जगद्गुरु श्रीधराचार्य तथा साधु संत करेंगे। पूर्व आईजी लालजी शुक्ला ने कहा कि महर्षि भरद्वाज प्रयागराज के प्रथम ज्ञात पुरुष व माघ व कुम्भ मेला के प्रवर्तक रहे हैं। प्रयागराज देवता का स्थल है। महर्षि भरद्वाज को नमन किये बिना प्रयागराज में कल्पवास का पुण्य प्राप्त नहीं होता है।

बैठक का संचालन करते हुए वीरेंद्र पाठक ने कहा राम-कथा में महर्षि भरद्वाज का विशिष्ट स्थान है। चौदह वर्षों के लिये बनवास अयोध्या से निकलकर प्रभु श्रीराम सर्वप्रथम प्रयागराज में महर्षि भरद्वाज के आश्रम में आकर उनसे ही मार्गदर्शन प्राप्त किये थे। फिर चित्रकूट के लिये आगे बढ़े और वन को गए थे। विगत 22 जनवरी को अयोध्या में राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण तथा श्री राम की प्रतिमा का प्राण-प्रतिष्ठा से प्रयागराज हिन्दू समाज के लिये और महत्वपूर्ण हो गया है।

डॉ प्रमोद शुक्ला ने बताया कि मेलाधिकारी विजय किरण आंनद, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह सहित जिले के कमिश्नर विजय विश्वास पंत, जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल, पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा, वीसी अरविन्द सिंह, अजीत सिंह आदि भी सहभागिता करेंगे।

बैठक में सियाराम त्रिपाठी, ब्रजेन्द्र मिश्रा, राम नरेश त्रिपाठी, सुधीर गुप्ता, डॉ रंजन बाजपेयी, देवेश सिंह, आशुतोष शुक्ला, दिव्यांशु मेहता, अंकिता चतुर्वेदी, दिनेश तिवारी आदि ने सुझाव दिए।

हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/राजेश