माघ मेला : साधु-संतों व संस्थाओं को भूमि आवंटन 15 दिसम्बर से शुरू
प्रयागराज, 12 दिसम्बर (हि.स.)। संगमनगरी में 03 जनवरी से लगने वाले माघ मेला में साधु-संताें, संस्थाओं एवं प्रयागवाल-तीर्थपुरोहितों को विगत वर्षों की भांति परम्परानुसार भूमि-सुविधाओं का आवंटन किया जाना है।
शुक्रवार को अपर मेलाधिकारी, माघ मेला ने बताया है कि माघ मेला में 15 दिसम्बर को अरैल, नागवासुकी मार्ग, हरिशचन्द्र मार्ग के लिए भूमि का आवंटन, प्रयागवाल-तीर्थपुरोहित के लिए भूमि आवंटन 16 दिसम्बर से प्रारम्भ, 16 दिसम्बर को गंगोली शिवाला मार्ग, ओल्ड जी0टी0 मार्ग, अलोपशंकरी मार्ग एवं तुलसी मार्ग, 17 दिसम्बर को समयामाई मार्ग, सूरदास मार्ग, गणपति मार्ग, कबीर नगर, 18 दिसम्बर को अक्षयवट मार्ग, संगम वापसी मार्ग, लाल सड़क, परेड, हर्षवर्धन मार्ग, अन्नपूर्णा रामानुज मार्ग, 19 दिसम्बर को त्रिवेणी मार्ग, काली मार्ग, संगम अपर मार्ग, सरस्वती मार्ग, महावीर मार्ग, मोरी मार्ग, गाटा मार्ग एवं अन्य संस्थाए एवं 20 दिसम्बर को समुद्रकूप मार्ग एवं इण्टरलॉकिंग मार्ग से0-4, भारद्वाज मार्ग, संगम लोवर मार्ग एवं शास्त्री गाटा के लिए भूमि का आवंटन किया जायेगा।
अपर मेलाधिकारी माघ मेला ने बताया है कि सुविधा पर्चियों की प्राप्ति हेतु पहचानयुक्त फोटो एवं आधार कार्ड प्रस्तुत करना अनिवार्य है। उन्होंने यह भी बताया है कि अपरिहार्य परिस्थितियों में उपरोक्त तिथियों में परिवर्तन सम्भव है। जिन संस्थाओं द्वारा विगत वर्ष कुम्भ, महाकुम्भ, माघ मेला अथवा अन्य किसी वर्षों में टिन, टेण्टेज, फर्नीचर की सुविधायें प्राप्त कर वापस नहीं की गयी है, उन्हें वर्तमान वर्ष में किसी भी प्रकार की भूमि एवं सुविधा देय नहीं होगी। प्रत्येक शिविर धारक को मेले की सम्पूर्ण अवधि (माघी पूर्णिमा) तक शिविर बनाये रखना अनिवार्य होगा। सुविधा पर्ची, भूमि आवंटन के दो दिन पश्चात निर्गत की जायेगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र