लखनऊ में राजनीतिक चर्चाओं का केन्द्र बनी चाय की दुकानें

 


लखनऊ, 14 मई (हि.स.)। लोकसभा चुनाव के पांचवे चरण में उत्तर प्रदेश की लखनऊ सीट शामिल हैं। लखनऊ सीट पर भाजपा से रक्षामंत्री राजनाथ सिंह प्रत्याशी है, तो उनके सामने सपा से रविदास मेहरोत्रा, बसपा से सरवर मलिक प्रत्याशी के रुप में मुकाबला कर रहे हैं। ऐसे में शहर की चाय की दुकानें इन दिनों राजनीतिक चर्चाओं का केन्द्र बनी हुई हैं। चाय की दुकानों पर ही लोकसभा चुनाव में हार-जीत का फैसला हो रहा है।

हजरतगंज स्थित केवल की चाय की दुकान पर मंगलवार की सुबह आम आदमी पार्टी और भाजपा के कार्यकर्ताओं में जमकर राजनीतिक चर्चा हुई। इस दौरान चाय की चुस्कियां चलती रहीं और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकास कार्यों के लम्बी लिस्ट भाजपा के कार्यकर्ताओं ने सबके सामने रख दी। दूसरे ओर से आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने संजय सिंह, अरविन्द केजरीवाल को ईमानदार छवि का नेता बताया तो भाजपा के कार्यकर्ताओं ने पलटवार कर दिया।

भाजपा के कार्यकर्ताओं ने आम आदमी पार्टी पर पलटवार करते हुए कहा कि आजतक लोकसभा में आम आदमी पार्टी का एक भी नेता नहीं है। वहीं जेल जाने वाले कई नेता आम आदमी पार्टी से हैं। जेल से छूटे हैं तो प्रचार कर रहे हैं। जनता के बीच उनकी छवि भ्रष्टाचार में लिप्त नेताओं की ही है। फिर किस मुंह से वे जनता के बीच अपने लिए मत मांग रहे हैं।

सुबह के वक्त ही शर्मा चाय की दुकान के सामने पार्क में सपा के प्रत्याशी रविदास का प्रचार करने युवजन सभा के कार्यकर्ता पहुंचें। वहां चाय की चुस्कियां ले रहे विजय और आनन्द ने युवजन सभा के कार्यकर्ताओं से कहा कि सपा प्रत्याशी रविदास मेहरोत्रा अपने प्रचार के दौरान चार लोग नहीं जुटा पा रहे हैं। फिर कैसे माना जाये कि रविदास मेहरोत्रा चुनाव मैदान में जीतने के लिए खड़े हैं।

शर्मा चाय की दुकान पर ही सपा प्रत्याशी को लेकर लम्बी बहस हो गयी। इसके बाद युवजन सभा के कार्यकर्ताओं ने माफी मांगते हुए कहा कि जनता सर्वोपरि है। हमारे प्रत्याशी के रुप में रविदास मेहरोत्रा एक मेहनती नेता है। वह हमेशा लखनऊ की जनता के बीच में बने रहते है। उनके लिए सपा कार्यकर्ता दिन रात मेहनत कर रहे हैं। चुनाव की भूमिका जनता तय करती है। मतदाताओं से मतदान करने की अपील कर रहे हैं।

कुड़िया घाट स्थित पंडित जी के चाय की दुकान पर पहुंचें हुसैनाबाद क्षेत्र के कासिम, वसीम ने कहा कि लखनऊ में भाजपा, सपा, बसपा में मुकाबला होता दिख रहा है। जिसमें राजनाथ सिंह एक राष्ट्रीय नेता है तो रविदास मेहरोत्रा का नाम स्थानीय नेता के रुप में जाने जाते हैं। फिर सरवर मलिक हाथी पर चढ़ गये हैं तो वह भी अपने ही हैं। ऐसे में कुछ वोट इन्हें जायेगा तो कुछ वोट उन्हें दिया जायेगा।

शहर में नगर निगम के बगल में गुप्ता चाय की दुकान, झलकारीबाई अस्पताल के बगल में जीपीओ चाय की दुकान, चौक वाली चाय की दुकान, आईटी चौक पर चाची की चाय की दुकान और इसी तरह कई चाय की दुकानों पर लखनऊ की राजनीति से लेकर प्रधानमंत्री बनाने और उनकी कैबिनेट तक की चर्चाएं होती मिल रही हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/ शरद/मोहित