धर्म छोड़कर विवाह करने वाली महिला को प्रेमी ने ठुकराया
बांदा, 05 मई (हि.स.)। प्रेम प्रसंग में महिला ने घर बार और धर्म को छोड़कर प्रेमी से टीकमगढ़ जिले में स्थित ओरछा के मंदिर में सात फेरे लेकर विवाह किया। फतेहपुर के आर्य समाज मंदिर में धर्म परिवर्तन किया। 16 साल तक सब कुछ ठीक-ठाक रहा, अब प्रेमी ने यह कहकर उसे ठुकरा दिया कि वह विवाहित है। महिला की अर्जी पर कोर्ट के आदेश पर आरोपी के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
मामला मटौंध थाना क्षेत्र के एक गांव का है। इसी गांव में रहने वाली महिला का शहर कोतवाली क्षेत्र में क्योटरा मोहल्ले में रहने वाले जीतेन्द्र सिंह से प्यार हो गया। प्रेमी ने शादी का प्रस्ताव रखा। जिससे 24 दिसंबर 2008 में युवती ने टीकमगढ़ जिले में स्थित ओरछा के मंदिर में सात फेरे लेकर विवाह किया और इसी जिले से स्टांप पेपर पर लिखित विवाह संविदा अनुबंध को लिपिबद्ध कराया। इसके बाद 23 मई 2009 को जितेंद्र ने युवती का नाम बदल दिया और फतेहपुर स्थित आर्य समाज मंदिर में आर्य समाज पद्धति से दोबारा विवाह किया।
कोर्ट में दी गई अर्जी में महिला ने बताया कि ओरछा मंदिर में शादी के पश्चात मैंने जितेंद्र को पति मानते हुए शारीरिक संबंध बनाने की सहमति दे दी थी। लेकिन उसने छल कपट से मेरा धर्म परिवर्तन कराया और विवाह कर यौन शोषण करता रहा। इस दौरान 11 नवंबर 2011 को हम दोनों के सहचर्य से एक पुत्र पैदा हुआ। जिसका जन्म प्रमाण पत्र नगर पालिका परिषद बांदा ने 12 दिसंबर 2011 को जारी किया है। जिसमें पिता का नाम जितेंद्र सिंह दर्ज है।
अब उसने अपने आप को विवाहित बताते हुए मुझे पत्नी और बेटे को पुत्र मानने से इन्कार कर दिया है। जबकि विवाह से संबंधित साक्ष्य मेरे पास मौजूद है। उसने शादी से पहले अपने आप को अविवाहित बताया था। महिला ने इस मामले में थाना मटौंध में शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया। तब महिला की ओर से 156 (3) के अंतर्गत कोर्ट में अर्जी दी गई। कोर्ट ने आरोपी के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए। जिसके आधार पर कोतवाली पुलिस में अभियोग दर्ज कर लिया है। इस संबंध में पुलिस का कहना है मामले की जांच की जा रही है।
हिन्दुस्थान समाचार/अनिल/राजेश