लोस चुनाव: प्रधानमंत्री मोदी सहित सात प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला ईवीएम में बंद

 








-मतगणना चार जून को, कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान में कुल 56.35 फीसदी मतदाताओं ने की भागीदारी

वाराणसी, 01 जून (हि.स.)। लोकसभा चुनाव के अन्तिम चरण में शनिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच वाराणसी सीट के लिए मतदान की प्रक्रिया छिटपुट झड़प, आरोप-प्रत्यारोप के बीच शांतिपूर्ण ढ़ंग से सम्पन्न हुई। मतदान में कुल 56.35 फीसदी मतदाताओं ने पूरे उत्साह के साथ भागीदारी की। इसमें शहर उत्तरी में 54.55, शहर दक्षिणी में 57.7, कैंट में 51.47, सेवापुरी में 60.93, रोहनिया में 58.77 फीसदी मतदान हुआ। इसी के साथ वाराणसी संसदीय सीट से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित कुल सात प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला ईवीएम में बंद हो गया। मतदान के बाद ईवीएम को मतदान कार्मिकों ने पहड़िया स्थित स्ट्रांग रूम में जमा कराया। मतगणना चार जून को होगी।

सुबह सात बजे से मतदान की प्रक्रिया निर्बाध गति से शुरू हुई तो बदली और भीषण उमस के बावजूद मतदाताओं ने अपने निर्धारित बूथों पर पहुंचकर अपने मत का प्रयोग किया। इसके बाद इसका फोटो खींचकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर खुशी जताई। मतदान को लेकर युवाओं, नव मतदाताओं, दिव्यांगों के साथ महिलाओं में भी उत्साह देखा गया।

वाराणसी लोकसभा सीट पर अपरान्ह एक बजे तक 39.25 फीसदी मतदान हो गया था। लोकसभा के वाराणसी शहर उत्तरी में 38.84, वाराणसी दक्षिणी में 37.5, कैंट में 35.95 फीसदी, रोहनिया में 40.4 और सेवापुरी में 43.12 फीसदी मतदान हो चुका था। मतदान को लेकर शहरी अंचल के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्र में मतदाता झूमकर मतदान कर रहे हैं। इसके पहले पूर्वांह 11 बजे 26.48 फीसदी मतदान हुआ। इसमें शहर उत्तरी में 25.3, शहर दक्षिणी में 20.34, कैंट में 23.8, रोहनिया में 27.64 और सेवापुरी में 29.28 फीसदी मतदान हुआ का। इसके पहले कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह सात बजे मॉकपोल के बाद मतदान शुरू हुआ। दिन चढ़ने के साथ मतदाताओं की भीड़ भी बूथों पर बढ़ने लगी।

मतदान के दौरान इंडी गठबंधन के प्रत्याशी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय और कांग्रेस के नेताओं ने आरोप लगाया कि मतदान के दौरान धांधली हो रही है। वाराणसी कांग्रेस पार्षद दल के नेता गुलशन अली सहित कई पार्षदों को जिला प्रशासन ने उनके आवास पर नजरबंद कर दिया है। प्रत्याशी अजय राय मौके पर भी पहुंच गए। उन्होंने ट्वीट कर आरोप लगाया कि वाराणसी लोकसभा में प्रशासन इंडी गठबंधन के नेताओं और कार्यकर्ताओं को घर पर नजरबंद करके मतदान को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने चुनाव आयोग से इसे संज्ञान लेने की अपील की। इसी क्रम में यूपी कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि नरेन्द्र मोदी अपनी वाराणसी की सीट हार रहे है, इसलिए अब भाजपा सरकार प्रशासन की मदद से धांधली करवा रही है।

एक अन्य ट्वीट कर अजय राय ने आरोप लगाया कि तानाशाह जब जब डरता है पुलिस प्रशासन को आगे करता है। नरेन्द्र मोदी अपनी संसदीय सीट वाराणसी हारते देख तानाशाही पर उतर आए हैं! कांग्रेस पार्षद दल के नेता गुलशन अली को नजरबंद करना ये दर्शाता है कि मोदी संविधान और लोकतंत्र में कितनी आस्था रखते हैं। काशी की जनता ये खुली तानाशाही देख रही है, वोट के अधिकार से इसका जवाब देगी। कांग्रेस के आरोप और ट्वीट के जवाब में डीसीपी काशी जोन ने ट्वीट कर बताया कि इनके द्वारा अपना मत डाला जा चुका है। इनके बारे में मतदाताओं को डराने धमकाने की सूचना प्राप्त हो रही थी। इसलिए इन्हें घर पर रहने की हिदायत दी गई है।

वाराणसी के जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी ने कांग्रेस के आरोप को निराधार बताया। उन्होंने ट्वीट कर बताया कि सेक्टर मजिस्ट्रेट मौके पर गए थे। उन्होंने छानबीन कर अवगत कराया कि शिकायत निराधार है। मौके पर मतदान सुचारू रूप से चल रहा है। बूथ पर कांग्रेस पार्टी के एजेंट की शिकायत निराधार होने की पुष्टि की गई। आरोप-प्रत्यारोप के बीच मतदान को लेकर अति विशिष्ट लोगों में भी उत्साह दिखा।

वाराणसी परिक्षेत्र के कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने वाराणसी के जेपी मेहता इंटर कॉलेज के मतदान केंद्र पर सपरिवार अपना मतदान किया। उन्होंने लोकतंत्र के इस महापर्व पर भारी संख्या में मतदान किए जाने की भी लोगो से अपील की। जाने-माने सितार वादक पद्मश्री पंडित शिवनाथ मिश्र एवं देवब्रत मिश्र ने भी अपने परिवार के साथ वोट दिया। लोकतंत्र के महापर्व में सबसे प्रेरणादायी नजारा चौबेपुर क्षेत्र मे देखने को मिला। यहां अधिवक्ता सियाराम यादव की मां दुखना देवी की मौत हो गई थी। दाह संस्कार के बाद सियाराम यादव ने मुखाग्नि देकर अपने भतीजे के साथ मतदान किया। इसी तरह सेवापुरी विधानसभा के विधायक अपना दल (एस) के नेता नील रतन पटेल हालत गंभीर होने के बावजूद एम्बुलेंस से परिजनों संग मतदान के लिए पहुंचे। इसी तरह मतदान के लिए घर से न निकलने वाले मतदाताओं के लिए स्वदेशी जागरण मंच काशी महानगर की महिला टीम ने नायाब पहल की।

महानगर संयोजिका कविता मालवीय और उनकी टीम की सदस्य दिव्या मिश्रा, किरन पांडेय, विजय मिश्रा, अंशु द्विवेदी ने ढ़ोल, नगाड़े और मजीरा की धुन पर तल्ख उमस भरी दोपहरी में नेवादा सुंदरपुर के गणेशधाम कॉलोनी, मणिनगर, मीरा नगर, कंदवा, बरेका और बीएचयू में लोगों को मत देने के लिए प्रेरित किया और उन्हें बूथ पर मतदान के लिए भेजा। टीम ने कई महिलाओं को निकट के बूथ तक भी मतदान के लिए पहुंचाया।

कविता मालवीय ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वाराणसी में मातृशक्ति सम्मेलन में इस कार्य के लिए प्रेरित करने के साथ आह्वान किया था। प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा और उनके विकसित भारत के संकल्प को मूर्त रूप देने के लिए महिलाओं में भी उत्साह है। उन्हें तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए काशी की मातृशक्ति संकल्पित है। चुनाव में उम्रदराज मतदाताओं ने भागीदारी कर मतदान न करने वालों को आईना दिखाया।

लोकतंत्र के महाकुंभ के अंतिम और सातवें चरण में जिले में कुल 660 मतदान केन्द्रों के 1909 मतदान स्थलों पर मतदान हुआ। चुनाव को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए 127 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 18 जोनल मजिस्ट्रेट लगाए गए थे।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/आकाश