लोकसभा चुनाव: भगवान भास्कर भी लेंगे मतदाताओं की कठिन परीक्षा
प्रत्याशियों के सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी सिद्ध होंगे सूर्य देव
झांसी,18 मई(हि.स.)। लोकसभा चुनाव 2024 के पांचवें चरण के मतदान की तिथि एकदम नजदीक है। 20 मई को झांसी-ललितपुर संसदीय क्षेत्र समेत बुंदेलखंड की सभी चारों सीटों पर मतदान होना है। जहां एक ओर भाजपा का कड़ा मुकाबला देने के लिए कांग्रेस व उसके घटक दल पुरजोर कोशिश करने में जुटे हुए हैं। वहीं सभी राजनीतिक दलों का एक और बड़ा प्रतिद्वंद्वी भी सामने हैं। जो प्रत्याशियों के मतदाताओं को खासा प्रभावित करने वाला है। वह कोई साधारण प्रत्याशी नहीं बल्कि भगवान भास्कर हैं। जो अपनी तपिश के चलते लोगों के होश उड़ाने में जुटे हुए हैं, हालांकि इसके लिए प्रशासन और निर्वाचन आयोग भी लोगों को सुविधा मुहैया कराने का दावा कर रहा है। यही नहीं जिला निर्वाचन अधिकारी ने लोगों से हीट वेव और लू से बचने का आह्वान भी किया है।
लोकसभा चुनाव 2024 के पांचवें चरण का मतदान 20 में सोमवार को होना है। इसके लिए आज शाम छह बजे तक प्रत्याशियों का प्रचार का शोरगुल थम गया। अब अगले 48 घंटे तक प्रचार प्रसार व्यक्तिगत तौर पर शुरू होगा। इसके इतर प्रत्याशियों को कड़ी टक्कर दे रहे भगवान भास्कर भी अपनी पूरी तैयारी में है। बीते रोज गर्मी चरम पर थी। तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के आसपास था और यह घटने का नाम नहीं ले रही है।
मौसम विभाग की मानें तो सोमवार को मतदान के दिन गर्मी का पारा और बढ़ेगा। पारा बढ़कर 46 डिग्री सेल्शियस तक पहुंचने के आसार बताए जा रहे हैं। ऐसे में गर्मी प्रत्याशियों की मुश्किलें और बढ़ाएगी। ऐसे में एक प्रतिद्वंद्वी की तरह सभी राजनीतिक दलों को अपने मतदाताओं को निकालने के लिए भगवान भास्कर से भी टकराना होगा। हालांकि पूर्व अनुमान के चलते चुनाव आयोग ने इसकी तैयारी कर ली हैं।
ऐसा दावा किया जा रहा है कि प्रत्येक मतदान स्थल पर टेंट लगाकर मतदाताओं को छाया उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा। साथ ही पेयजल और कुर्सियों की व्यवस्था भी की जाएगी। ताकि कमजोर और बुजुर्ग मतदाताओं को बैठाया जा सके। यही नहीं जिला निर्वाचन अधिकारी ने हाल ही में येलो अलर्ट जारी करते हुए लोगों को हीट वेव और लू से बचने की चेतावनी भी दी है।
उन्होंने यह भी बताया कि अपने बचाव के लिए उन्हें लोगों को क्या-क्या करना है और क्या नहीं करना है। अब देखना यह है कि 20 मई को ऐसी भीषण गर्मी में प्रत्याशियों के चाल, चरित्र और चेहरे को देखते हुए मतदाता कितना जोखिम लेते हैं मतदान स्थल तक पहुंचते हैं। प्रत्याशियों की प्रतिभा का भी इस बात पर आकलन किया जाएगा कि वह अपने मतदाताओं को कितना बाहर निकाल पाते हैं और मतदान केंद्रों तक ले जाने की परीक्षा में पास हो पाते हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/महेश/राजेश