एलडीए की स्मारक समिति के अधिकारियों ने संदेह पर काटा वेतन

 


लखनऊ, 18 जनवरी(हि.स.)। एलडीए की स्मारक समिति में कार्यरत कर्मचारियों के प्रदर्शन के दौरान अधिकारियों से हुई नोकझोंक में गोमती नगर थाने में दर्ज हुई एफआईआर के बाद अब कुछ कर्मचारियों का संदेह के आधार पर वेतन काटा गया है।

स्मारक समिति के सहायक प्रबन्धक महेश्वरी प्रसाद जो गीतापल्ली के इको गार्डन से कर्मचारियों के हित में कार्य कर रहे हैं और आजकल 1090 चौराहे के निकट वाह्य क्षेत्र में बैठ रहे हैं। महेश्वरी प्रसाद ने कहा कि स्मारक समिति के बड़े अधिकारियों के निर्देश पर ही कोई कार्रवाई होती है। वेतन काटे जाने का मामला अभी उनके संज्ञान में नहीं है। फिर भी वेतन काटा गया है तो निश्चित ही अधिकारियों को कोई इनपुट मिला होगा।

उन्होंने कहा कि गोमती नगर थाने में दर्ज हुई एफआईआर में अज्ञात नामों पर संदेहात्मक कार्यवाही हुई है तो इसमें एलडीए के बड़े अधिकारियों को ही जानकारी होगी। अभी तक कोई पत्र या कार्यवाही पत्रक उन्हें नहीं मिला है। अचानक वेतन कटने से नााखुश स्मारक समिति के कर्मचारियों ने कहा कि जिस दिन अधिकारियों के विरुद्ध प्रदर्शन हुआ, वे मौके पर नहीं थे। न ही कहीं वीडियो रिकार्डिंग में वे दिख रहे हैं, न ही कोई फोटो ही उनकी प्राप्त हुई है। फिर भी वेतन काटा गया है, पहले किसी कर्मचारी का 28 हजार तो किसी का 26 हजार के करीब वेतन आता रहा है। इस बार 14 से 16 हजार के करीब वेतन आया है। जो पूरी तरह से गलत कार्यवाही है।

गोमती नगर थाने में दर्ज एफआईआर के बाद से विवेचक द्वारा भी अपनी जांच पड़ताल की जा रही है। जिन कर्मचारियों का वेतन काटा गया है , उन्हें इस बात का भय सता रहा है कि कहीं उनका नाम भी एफआईआर में न शामिल कर दिया जाये।

हिन्दुस्थान समाचार/ शरद/सियाराम