लालकृष्ण आडवाणी का बनारस से भी जुड़ाव, महानगर अध्यक्ष के बेटे की शादी में आए
वाराणसी, 03 फरवरी (हि.स.)। भाजपा के दिग्गज नेता देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न देने की घोषणा से काशी के पार्टी कार्यकर्ता भी बेहद खुश हैं। पार्टी कार्यकर्ता लगातार सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर अपने नेता को बधाई देने के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जता रहे हैं। पार्टी के शीर्ष नेता रहे लालकृष्ण आडवानी का काशी के पार्टी पदाधिकारियों से भी गहरा जुड़ाव रहा है।
जब वे देश के उपप्रधानमंत्री थे तब 06 फरवरी 1998 को तत्कालीन भाजपा के वाराणसी महानगर अध्यक्ष हर्षपाल कपूर(स्वर्गीय) के बड़े पुत्र भाजपा नेता वैभव कपूर के शादी में आए थे और गर्मजोशी से वरवधू को आर्शीवाद दिया था। हर्षपाल कपूर के परिजनों से भी मिले। इस दौरान हर्षपाल कपूर से लगातार आत्मीयता दिखाते रहे।
वैभव कपूर ने बताया कि शादी समारोह में आए पूर्व प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी की सादगी और सरल स्वभाव के लोग कायल हो गए। पूर्व उप-प्रधानमंत्री आखिरी बार वाराणसी में बेटी प्रतिभा के साथ 04 नवंबर 2017 को आए थे। उन्होंने अपना 90वां जन्मदिन खिड़किया घाट पर मनाया था। तब उन्होंने काशी की देव दीपावली भी देखी थी। खिड़किया घाट पर उन्होंने 90 दीये जलाये थे।
सोशल मीडिया पर पार्टी के कार्यकर्ता उनके योगदान का जिक्र लगातार कर रहे हैं। 1980 से 1990 के बीच आडवाणी ने भाजपा को एक राष्ट्रीय स्तर की पार्टी बनाने के लिए काम किया। लालकृष्ण आडवाणी तीन बार (1986 से 1990, 1993 से 1998 और 2004 से 2005) भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/आकाश