काशी विश्वनाथ धाम में कांचीपुरम के कलाकारों ने 'नमन विश्वनाथम' के जरिए लगाई हाजिरी
—शिव तांडव की ओजपूर्ण प्रस्तुति देख शिवभक्त हुए गदगद
वाराणसी,19 अक्टूबर (हि.स.)। श्री काशी विश्वनाथ धाम के शंकराचार्य चौक में शनिवार देर शाम एक भारत, श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना फिर साकार दिखी। इस दौरान काशी तमिल संगमम का स्वरूप भी निखर कर सामने आया। कांचीपुरम से आए कलाकारों ने 'नमन विश्वनाथम' नृत्यार्पण कार्यक्रम के जरिए न केवल बाबा के दरबार में हाजिरी लगाई। वरन भारतीय संस्कृति और श्रद्धा का एक अद्भुत उदाहरण भी पेश किया। कलाकारों ने नृत्य की शुरुआत श्री गणेश को अर्पित पुष्पांजलि से की। इसके बाद शिव वंदना की अभिव्यक्ति भरतनाट्यम से की। कार्यक्रम में शिव तांडव की ओजपूर्ण प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके बाद देवी त्रिपुरा सुंदरी को समर्पित नृत्य हुआ, जिसमें कलाकारों ने अपनी कला का अद्भुत प्रदर्शन किया। समापन श्री काशी विश्वनाथ की महिमा पर आधारित भजन बोल थे जगदीशा के साथ हुआ।
इस कार्यक्रम का शुरूआत श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण, विशेष कार्याधिकारी उमेश सिंह, कांची क्षेत्र कला मंदिर की निदेशिका मीना वज्रवेल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया। प्रस्तुति का निर्देशन मीना वज्रवेल,वज्रवेल आरमुगम और धर्मेंद्र का रहा। इस आयोजन का संयोजन और संचालन भाव प्रभा पद्म संस्थान के डॉ. प्रीतेश आचार्य ने किया। कार्यक्रम में प्रतिभागी नर्तकियों में बी संजना, आर अश्वना, एम स्वास्तिका, डी रितिका, एम सुदर्शना, डी नक्षत्रा, एस पूजा, एस वर्षा, अमृता कीर्तिका और हमृता रही।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी