कलियुग में भक्ति ही मानव के जीवन को पार लगा सकती है: महंत प्रशांत गुरु

 














- गंगा दशहरा के अवसर पर श्री महाकाल स्टोर पर आयोजित हुई महाकाल रसोई

मुरादाबाद, 16 जून (हि.स.)। महाकाल को प्रसन्न करके जीवन धन्य हो जाता है। दुनिया में वही व्यक्ति आगे बढ़ सकता है जिस पर महाकाल की विशेष कृपा हो। महाकाल की कृपा के बिना मानव तरक्की नहीं कर सकता। कलियुग में भक्ति ही मानव के जीवन को पार लगा सकती है। यह बातें प्रशांत गुरु ने पारकर काॅलेज रोड स्थित महाकाल स्टोर पर गंगा दशहरा पर आयोजित महाकाल रसोई के शुभारंभ पर कही। रसोई के माध्यम से जरूरतमंद लोगों को भोजन व शरबत का वितरण किया गया।

प्रशांत गुरु ने आगे कहा कि इस दुनिया में जो व्यक्ति भक्ति में लीन रहेगा। प्रभु उसके संपूर्ण कार्य को पूरा कराएंगे उन्होंने कहा कि कलियुग में भक्ति ही मानव के जीवन को पार लगा सकती है। इसलिए भक्ति का अनुसरण अवश्य करें। उन्होंने कहा कि भोले भंडारी को प्रसन्न करना बहुत आसान है। वह थोड़े प्रयास से ही खुश हो जाते हैं । वह एक लोटा जल और बेलपत्र से ही प्रसन्न हो जाते हैं।

मोहित राज गुप्ता ने कहा कि प्रशांत गुरु के आशीर्वाद से विगत 3 वर्षों से महाकाल रसोई का संचालन हो रहा है। हमारा उद्देश्य है कि लोगों के मन में सेवा का भाव उत्पन्न हो।

व्यवस्था में सुशील कुमार शर्मा, सुनील कुमार शर्मा, आशीष चित्रांश, अनिल कुमार गुप्ता, शुभम चित्रांश, वीना गुप्ता, अमित सक्सेना, शिव, सरदार अमरजीत सीटा, आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे तथा व्यवस्था में सहयोग प्रदान किया।

हिन्दुस्थान समाचार/निमित जायसवाल/सियाराम