दरवाजे पर एक ही साथ तीन शव देख रो पड़े क्षेत्रवासी

 








- एक ही चिता पर हुआ पति पत्नी का अंतिम संस्कार

- मासूम बेटी को भी सरयू तट पर ही दी गई मिट्टी

- मुखाग्नि देते समय कांप गए बड़े भाई शशिभूषण के हाथ

देवरिया,12 अप्रैल (हि.स.)। भटनी थाना क्षेत्र में एक परिवार में मंगल गीत की जगह मातम में बदल गया। हादसे के शिकार एक परिवार के तीन शव जब गांव के दरवाजे पर पहुंचा तो क्षेत्रवासी भी आंसू नहीं रोक पाए और फफक-फफक रो पड़े।

गुजरात प्रान्त के सोनगढ़ में हुए सड़क हादसे में बुधवार की सायं क्षेत्र के देवघाट निवासी पति, पत्नी तथा एक अन्य की मौत हो गई थी। शादी में शामिल होने आ रहे ट्रैवेल व्यवसायी की मौत की खबर से पूरा परिवार सदमे में आ गया। शुक्रवार की दोपहर देवघाट में एम्बुलेंस देखते ही ग्रामीण रविभूषण की घर की ओर दौड़ पड़े।

भटनी थाना क्षेत्र के देवघाट के रहने रविभूषण मिश्र अपने परिवार के साथ गुजरात प्रान्त के वापी में रहते थे। वह ट्रैवेल व्यवसायी का काम करते थे। वह बुधवार को अपनी इनोवा कार से गांव में आयोजित शादी समारोह में शामिल होने के लिए निकले। उनके साथ उनकी पत्नी संगीता, दो साल की बेटी सांगवी, चालक तथा एक साथी गांव के लिए निकले थे। गुजरात के ही सोनगढ़ हीरावड़ी गांव के पास सड़क पार कर रहे एक वृद्ध को बचाने में गाड़ी अनियंत्रित होकर पेड़ से जा टकरायी। टक्कर इतना तेज था कि रविभूषण, पत्नी संगीता, बेटी सांगवी तथा वृद्ध की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना देवघाट निवासी उनके बडे़ भाई शशिभूषण को स्थानीय पुलिस ने दी। सूचना मिलते ही पूरा परिवार दहाड़े मारकर रोने लगा। गांव स्थित आवास पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गयी। शुक्रवार की दोपहर गुजरात से तीनों का शव गांव पहुंचा तो पूरा गांव गमगीन हो गया।

सड़क हादसे ने उजाड़ दिया रविभूषण का कुनबा

गुजरात से शादी में शामिल होने के लिए गांव आ रहे रविभूषण मिश्र अपने ही ट्रैवल कम्पनी की इनोवा कार से गांव के लिए निकले थे। वृद्ध के अचानक सड़क पर आ जाने के कारण हुए इस हादसे में मासूम बेटी सहित पूरा परिवार एक ही झटके में काल में समा गया।

हिन्दुस्थान समाचार/ज्योति/राजेश