जल को बचाने की पहल स्वयं से करें : डा. अनामिका त्रिपाठी

 














- प्रकृति सेवा समिति द्वारा मासिक अभियान के तहत प्रथम रविवार को बार एसोसिएशन के हाल में गोष्ठी सम्पन्न

मुरादाबाद, 2 जून (हि.स.)। प्रकृति सेवा समिति मुरादाबाद की ओर से जल बचाओ मासिक अभियान के अंतर्गत प्रथम रविवार को दी बार एसोसिएशन एंड लाइब्रेरी मुरादाबाद के हाल में गोष्ठी आयोजित की गई। जिसमें मुख्य अतिथि वरिष्ठ समाजसेवी सरदार गुरविंदर सिंह और मुख्य वक्ता के रूप में हिंदू कालेज की प्रोफेसर और वनस्पति विज्ञान की विभाग अध्यक्ष डा. अनामिका त्रिपाठी रहीं। इस अवसर पर अनेक लोगों ने भी अपने विचार व्यक्त किये जिसमें सबने जल की सुरक्षा और रक्षा के संबंध में हार्वेस्टिंग व्यवस्था को लागू करने और जल के दोहन को बचाने के लिए प्रकृति के मूल स्वरूप को नष्ट न करने का आव्हान किया।

मुख्य वक्ता डा.अनामिका त्रिपाठी ने जल रक्षा और जल के आवश्यक महत्व तथा भविष्य में जल संकट से भविष्य में होने वाले खतरों के प्रति विस्तार पूर्वक बताते हुए कहा कि आने वाले 2030 तक अगर ऐसे ही वृक्षो का कटान होता रहा नदी तालाबों का संरक्षण न हुआ तालाबों तथा पालिथीन का प्रयोग जारी रहा तो जल संकट के बड़ी बड़ी घटनाओं का सामना करना पड़ेगा और आने वाली हमारी पीढ़ी जल के संकट का सामना बड़ी विपरीत परिस्थितियों में करेगी।

उन्होंने इसके लिए सभी मौजूद लोगों से आहवान किया कि हम यह संकल्प ले कि जल की रक्षा, सुरक्षा और उसके संवर्धन तथा प्रकृति को अपने मूल रूप में बनाए रखने के लिए सबसे पहले इसकी पहला स्वयं से करनी होंगी। कार्यक्रम का संचालन अभिषेक भटनागर ने किया।

गोष्ठी में बार एसोसिएशन की अध्यक्ष प्रदीप सिंहा, कार्यक्रम संयोजक रमेश सिंह आर्य, नेपाल सिंह पाल, शुभम कश्यप, आवरण अग्रवाल, आनन्द मोहन गुप्ता, राजेश कुमार, अंजार हुसैन, मदनपाल गोस्वामी, गोपाल द्विवेदी, त्रिलोक चन्द दिवाकर, सुभाष चन्द्र पाल, प्रभात सिंहल, शरमिताभ सिंहा, सुगंधा सैनी, शाईस्ता परवीन,आकाश कुमार, अजय कुमार त्यागी आदि उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/निमित जायसवाल/बृजनंदन