जातिवादी राजनीति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा: जयवीर सिंह
किसी को न बचाएंगे, न फंसाएंगे की नीति पर काम कर रही सरकार
लखनऊ,26 जून (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा है कि इटावा की घटना में अब तक 15 उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है और उनके खिलाफ विधिसम्मत कार्यवाही की जा रही है। किसी भी आरोपी को जाति के आधार पर नहीं, अपराध के आधार पर पकड़ा गया। चारों आरोपियों की गिरफ्तारी कर निष्पक्ष जांच के आदेश दिए जा चुके हैं। जयवीर सिंह गुरूवार को लखनऊ में प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि सूचना मिलते ही वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। मौके पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात है, शांति व्यवस्था बहाल कर दी गई है।
- यूपी सरकार किसी को न बचाएंगे, न फंसाएंगे की नीति पर काम कर रही है।
- बिना सच्चाई सामने आए, अखिलेश यादव ने इस मामले को सीधे जातीय रंग देने की कोशिश की। ब्राह्मण समुदाय पर बेबुनियाद आरोप लगाकर उन्होंने जनता को गुमराह करने का प्रयास किया। हर बार की तरह इस बार भी उन्होंने जाति देखकर अपराध पर प्रतिक्रिया दी, न कि तथ्यों को जांचकर। सरकार सभी संगठनों को भरोसा दिलाती है कि न्याय होगा और दोषी बचेंगे नहीं।
- मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि जातीय संघर्ष को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। यह संघर्ष स्वाभाविक नहीं, बल्कि सुनियोजित राजनीतिक षड्यंत्र का हिस्सा है।
जयवीर सिंह ने कहा कि कुछ दल जनसमर्थन न मिलने के कारण अब समाज में जातीय टकराव पैदाकर अराजकता फैलाने का प्रयास कर रहें है। उनका उद्देश्य देश को गुलामी के उस कालखंड में फिर से ले जाना है जहां जाति, धर्म और क्षेत्र के नाम पर देश को बांटकर विदेशी ताकतों ने शासन किया था।
- सीएम का स्पष्ट निर्देश है कि जातीय हिंसा फैलाने वालों की सार्वजनिक रूप से पहचान की जाए। ऐसे लोगों को समाज को तोड़ने वाला और देश के लिए खतरा बताया जाए। यदि आवश्यकता पड़े तो इन्हें 'जातीय हिंसक व्यक्ति' घोषित कर समाज से अलग करने का अभियान चलाया जाए। सनातन संस्कार सदैव सभी जातियों, धर्मों को सर्वजनरूप से आदर करने का रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार / बृजनंदन