दर्शकों का मन मोह रहा छत्रपति शिवाजी के जीवन पर आधारित महानाट्य 'जाणता राजा' का मंचन

 








-लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क में चल रहा छः दिवसीय महानाट्य ‘जाणता राजा’ का मंचन

लखनऊ, 27 अक्टूबर (हि स)। दिव्य प्रेम सेवा मिशन द्वारा लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क में चल रहे छः दिवसीय मंचन जाणता राजा ने शुक्रवार को भी हजारों दर्शकों.का मन मोह लिया। मंचन में छत्रपति शिवाजी की माता जीजाबाई ने मुगल शासन के खिलाफ ललकार भरते हुए अपने पुत्र शिवा से कहा कि तुम्हारे साथ माता का आशीर्वाद है और तुम्हारी तलवार में आज से तुलजा भावानी साक्षात निवास करेगी । उन्होंने अपने पुत्र से यह भी कहा कि तुम अपने पिता और मामा की तरह मुगल दरबार में चाकरी नहीं करोगे बल्कि स्वतंत्र होकर स्वयं साक्षात शिव की तरह शिवा बनकर हिंदवी स्वराज की स्थापना करनी होगी। इस मंचन से प्रदेश के अनेक जिलो से आये हजारों दर्शक भाव विभोर हो गये।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रदेश के पर्यटन एवं धर्म संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह, विशिष्ट अतिथि के रुप में संत महामण्डलेश्वर जूना अखाडा हरिद्वार उमाकान्तानन्द एवं प्रदेश कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, अवध प्रान्त प्रचारक कौशल, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा, सह क्षेत्र संपर्क प्रमुख मनोज, प्रांत प्रचारक प्रमुख यशोदा नंद, प्रांत संपर्क प्रमुख गंगा सिंह, प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम, राकेश जैन पर्यावरण प्रमुख, विधायक नीरज बोरा, पूर्व महापौर संयुक्ता भाटिया, प्रशान्त भाटिया के साथ अवकाशप्राप्त आईएएस अधिकारी नवनीत सहगल, आयोजन के सह प्रभारी शतरुद्र प्रताप सिंह व रामानन्द कटियार सहित प्रदेश व महानगर के हजारो लोग उपस्थित रहे।

दिव्य प्रेम सेवा मिशन एक स्वैच्छिक सेवा संगठन है जो हरिद्वार में कुष्ठ पीड़ित, अनाथ, असहाय निराश्रित लोगों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य एवं स्वावलम्बन के अनेक प्रकल्पों का संचालन निःशुल्क रूप से समाज के सहयोग से विगत 27 वर्षाें से निरन्तर कर रहा है। दिव्य प्रेम सेवा मिशन द्वारा 26 से 31 अक्टूबर तक हिंदवी स्वराज्य स्थापना के 350वें वर्ष पर छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन पर आधारित विश्व के सबसे बड़े महानाट्य ‘जाणता राजा’ का आयोजन लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क में किया जा रहा है।

दिव्य प्रेम सेवा मिशन के अध्यक्ष डाॅ. आषीष गौतम ने कहा कि इस महानाट्य को आयोजित करने का निर्णय दो सात्विक उद्देश्यों के लिए किया गया है पहला यह कि वर्तमान युवा पीढ़ी के सामने एक ऐसे महान योद्धा के चरित्र की प्रस्तुति हो जिसे देखकर व समझकर युवा पीढ़ी अपने जीवन की दशा-दिशा तय कर सकें। अपनी संस्कृति एवं इतिहास अनेक वीरों की शौर्य गाथाओं से भरा हुआ है परन्तु समाज के एक बड़े वर्ग को इसकी जानकारी तक नही है। उन्ही वीरों में से एक हैं छत्रपति शिवाजी महाराज। दूसरा पवित्र उद्देश्य यह है कि संवेदनशील समाज को दिव्य प्रेम सेवा मिशन के सेवा कार्यों से जोड़ना। डाॅ. गौतम ने आगे बताया कि कार्यक्रम को सवा लाख लोगों को दिखाने का लक्ष्य रखा गया है।

सेवा मिशन के संयोजक संजय चतुर्वेदी ने बताया कि इस कार्यक्रम से समाज में आने वाली युवा पीढ़ी में चरित्र और संस्कार का निर्माण होगा। कार्यक्रम आयोजन से आम नागरिकों के साथ छात्रों, व्यवसायिक, राजनैतिक, चिकित्सा, शिक्षा आदि क्षेत्रों से जुडे़ लोगों में अपार उत्साह देखने को मिल रहा है।

हिंदुस्थान समाचार/ बृजनंदन

/पदुम नारायण