समाज में परिवर्तन लाना है तो महिलाओं को शिक्षित करना जरूरी : राज्यपाल
लखनऊ, 08 नवम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि समाज में परिवर्तन लाना है तो महिलाओं को शिक्षित करना जरूरी है। बुधवार को राजभवन में बाराबंकी के गांव चैनपुरवा कायाकल्प फाउंडेशन नारी शक्ति सम्मान समारोह संपन्न हुआ।
बाराबंकी के चैनपुरवा गांव में निवासी अवैध शराब बनाने के कार्य में संलिप्त थे। चैनपुरवा कायाकल्प फाउंडेशन के तहत तत्कालीन पुलिस अधीक्षक डॉ. अरविंद चतुर्वेदी के नेतृत्व में गांव की महिलाओं की दशा में बदलाव लाते हुए उन्हें विभिन्न रोजगारपरक और आय सृजन के कार्यक्रमों में शामिल कर सामाजिक बदलाव लाया गया। इसी क्रम में बुधवार को राजभवन में इन महिलाओं को सम्मानित किया गया है।
समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि यह हम सबके लिए प्रेरणा प्राप्त करने का अवसर है। वर्षों से चले आ रहे अवैध शराब के व्यवसाय से चैनपुरवा गांव को निकालने की अनूठी पहल है। महिलाओं के आय सृजन के लिए विभिन्न रोजगारपरक व्यवसायों में उन्हें संलग्न कर समाजिक बदलाव लाने के लिए जनपद के तत्कालीन एसपी डॉ. अरविंद चतुर्वेदी एवं पूरी टीम को राज्यपाल ने बधाई दी।
उन्होंने कहा कि समाज में परिवर्तन लाना है तो महिलाओं को पढ़ना पड़ेगा। उन्हें शिक्षा प्रदान करनी पड़ेगी। आज महिलाएं आगे आई हैं और महिलाओं के द्वारा किए जा रहे कार्यों से उनके पति भी जुड़े हैं। राज्यपाल ने महिलाओं को बाल विवाह व दहेज प्रथा का बहिष्कार करने के लिए प्रेरित किया। राज्यपाल ने कहा कि एक भी बेटी अनपढ़ न रहे। संविधान में भी 6 से 14 वर्ष के सभी बच्चों के नि:शुल्क शिक्षण की व्यवस्था है। इस क्रम में उन्होंने उम्मीद संस्था का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने भिक्षावृत्ति में संलग्न बच्चों को शिक्षा से जोड़ा है।
उन्होंने कहा कि समाजिक परिवर्तन के लोगों को तैयार करना, उनमें विश्वास पैदा करना और समझाना कठिन होता है। ऐसे लोगों का विश्वास जीतना महत्वपूर्ण है। चैनपुरवा गांव की महिलाओं द्वारा बीज वैक्स के माध्यम से दीपक बनाने के कार्य की सराहना करते हुए राज्यपाल ने कहा कि दीपक जलता है तो प्रकाश होता है, अंधेरा दूर होता है। यदि जीवन में उजाला लाना है तो दीपक जलाना पड़ेगा। दीपक जलाने वालों को आगे लाना होगा। सामाजिक बदलाव को महिलाओं के माध्यम से करने को राज्यपाल ने बेहतर कार्य बताया और कहा कि आज एक गांव में बदलाव आया है। इससे दूसरे गांव में संदेश जाएगा। अच्छे कार्य व अच्छे परिणाम हमेशा दूसरों तक पहुंचते हैं।
समारोह में राज्यपाल ने चैनपुरवा गांव से आयी 108 महिलाओं को साड़ी भेंट कर सम्मानित किया। पांच स्वयं सहायता समूह की प्रतिनिधि पांच महिलाओं को बीज वैक्स के दीपक बनाए जाने के लिए पारिश्रमिक के तौर पर प्रत्येक को 12,500 रुपये का चेक प्रदान किया। इस अवसर पर डब्ल्यूएचओ तथा गांव कनेक्शन द्वारा चैनपुरवा पर निर्मित डॉक्यूमेंट्री का प्रदर्शन तथा आकाशवाणी लखनऊ द्वारा चैनपुरवा में आए परिवर्तन पर रूपक “चैनपुरवा का चैन” के अंशों का ऑडियो प्रसारण भी किया गया।
हिन्दुस्थान समाचार/दीपक/दिलीप