इनरव्हील क्लब वाराणसी सेंट्रल ने सर्वाइकल कैंसर के प्रति जागरूकता अभियान चलाया
-देश में सर्वाइकल कैंसर की दर बहुत ज्यादा,बचने के लिए महिलाओं को नियमित पैप परीक्षण कराना चाहिए
वाराणसी,17 जनवरी (हि.स.)। जनवरी माह को सर्वाइकल कैंसर जागरूकता माह के रूप में मनाया जाता है। जिसके तहत बुधवार को इनर व्हील क्लब वाराणसी सेंट्रल की ओर से बड़ी पियरी स्थित एक नर्सिंग होम में सर्वाइकल कैंसर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. शालिनी टंडन ने कहा कि महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के बाद होने वाला सेकंड मोस्ट कॉमन कैंसर है। हमारे देश में सर्वाइकल कैंसर की दर बहुत ज्यादा है और इसकी वजह से औरतों की मृत्यु दर बहुत ज्यादा होती है। ऐसे में सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए महिलाओं को नियमित पैप परीक्षण कराना चाहिए। पैप टेस्ट को पैप स्मीयर टेस्ट भी कहा जाता है, जो प्रीकैंसर की तलाश करता है। इसके अलावा गर्भाशय ग्रीवा पर उन सेल परिवर्तन को भी तलाशता है, जिनका अगर समय पर सही इलाज न किया गया तो वे सर्वाइकल कैंसर का रूप ले सकता है। उन्होंने कहा कि 21 साल की उम्र पार कर लेने के बाद महिलाओं को हर तीन साल में कम से कम एक बार एवं 30 वर्ष के हो जाती हैं, तो हर पांच साल में पैप स्मीयर टेस्ट कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि सर्वाइकल कैंसर की चपेट में आने से बचने के लिए युवतियों को समय पर पेपिलोमावायरस (एचपीवी) टीका लगवा लेना चाहिए। इससे सर्वाइकल कैंसर के जोखिम को काफी कम कर किया जा सकता है। इस टीके को लगाने का समय 9 वर्ष की आयु से ही शुरू हो जाता है। हालांकि 11 से 12 वर्ष की आयु की बालिकाओं को भी एचपीवी टीकाकरण की सलाह दी जाती है। इससे पूर्व कार्यक्रम का औपचारिक शुभारम्भ सचिव सुमित्रा सिंह ने अध्यक्ष नीलम गुप्ता को काॅलर पहनाकर किया। इनरव्हील प्रार्थना के बाद अतिथियों को अंगवस्त्र एवं पुष्प गुच्छ भेंटकर अभिनन्दन किया गया।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/सियाराम