जनभावनाओं को समाहित करना ही सच्ची पत्रकारिता : जीतेन्द्र शुक्ला
कानपुर, 30 मई (हि.स.)। पत्रकार वही है जो जनभावनाओं को अपनी लेखनी में समाहित करने की क्षमता रखता है। इसी कारण पत्रकारिता को चौथा स्तम्भ कहा गया है। इस समय पत्रकारिता के कई आयाम विकसित हो गये हैं, लेकिन सफल वही है, जिसे जनरूचियों को समझने की क्षमता है। उथली पत्रकारिता करने वाले कई आये और चले गये। पत्रकारिता के प्लेटफार्म चाहे जो भी हो, पत्रकार को हर पल को जीना पड़ता है, महसूस करना पड़ता है। जो इसमें असफल है वह कालांतर में पत्रकारिता में भी असफल ही रहता है। यह बातें गुरुवार को सीएसजेएमयू में पत्रकारिता दिवस पर वरिष्ठ पत्रकार जीतेन्द्र शुक्ला ने कही।
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में गुरुवार को हिन्दी पत्रकारिता दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में वरिष्ठ पत्रकार जितेन्द्र शुक्ल उपस्थित रहे।
इस अवसर पर विभाग में संचालित पाठ्यक्रम बीएजेएमसी और एमएजेएमसी के प्लेसमेंट प्राप्त कर चुके छात्रों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा 2023-24 के सफल प्रतिभागियों एवं विभाग द्वारा आयोजित क्विज कंपटीशन में सफल छात्रों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
प्रति कुलपति प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी ने कहा कि पत्रकारिता समाज की न्यायपूर्ण आवाज है। इसकी जिम्मेदारी पत्रकारों के कंधे पर है, इस बात से उन्हें कभी विमुख नहीं होना चाहिये। पत्रकार को हमेशा सच्चाई का ही साथ देना चाहिये।
विभागाध्यक्ष डॉ. योगेन्द्र कुमार पाण्डेय ने अतिथियों का अंगवस्त्र पहनाकर एवं प्रतीक चिन्ह देकर स्वागत किया तथा परिचय कराया। उन्होंने हिन्दी पत्रकारिता दिवस के बारे में रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए इस दिवस की महत्ता को आलोकित किया। विभाग में प्लेसमेंट प्राप्त करने वाले छात्रों में हरिओम, निशांत, अनूप, गौरव आदि को प्रतीक चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र देकर अतिथियों द्वारा स्वागत किया गया।
इस अवसर पर विभाग द्वारा संचालित पत्रिका राइट टर्न को प्रकाशित करने वाली छात्रों की टीम जिसमें आयुषी मिश्रा, एकता त्रिवेदी, विभु बाजपेयी, सुनील कुमार, दिव्यांशु, शुभी सक्सेना, दीपांशु, साक्षी कटियार, ज्ञान प्रकाश मिश्रा आदि को सम्मानित किया गया। क्विज कंपटीशन में सफल छात्रों में आयुषि, अविजिता, सौम्या समेत अन्य प्रतिभागी छात्रों को प्रशस्ति पत्र देकर उनका उत्साहवर्द्धन किया गया। विश्वविद्यालय की प्रगति यात्रा को एक पुस्तिका में सहेजने के बीएजेएमसी प्रथम वर्ष की छात्रा सौम्या मिश्रा को प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।वहीं फाइन आर्ट्स के छात्र नितिन गुप्ता द्वारा हिकी गजेट और उदंत मार्तण्ड को एक ही कैनवस पर उकेरने के लिए अतिथियों ने पुरष्कृत किया। विभाग में आयोजित भारतीय संस्कृत ज्ञान परीक्षा के गोल्ड मेडलिस्ट छात्र सुमित राजपूत के साथ समस्त प्रतिभागियों को भी कार्यक्रम में सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर आर.पी.लाल, लाल चन्द्र विश्वकर्मा, उमेश चन्द्र कटियार, डा.एस.बी.सिंह, डा. अग्निहोत्री, डा. अर्चना पाण्डेय, ए.के.सिंह, मीडिया प्रभारी डॉ. विशाल शर्मा आदि मौजूद रहें।
हिन्दुस्थान समाचार/अजय/राजेश