वाराणसी में मुर्री बंद कर बुनकर अगहनी जुमे की नमाज पढ़ेंगे, गन्ने की करेंगे खरीदारी

 


वाराणसी, 07 दिसम्बर (हि.स.)। काशी में शुक्रवार को बुनकर मुर्री(हथकरघा)बंद कर अगहनी जुमे की नमाज पढ़ेंगे। शहर के पुरानापुल स्थित पुलकोहना ईदगाह,चौकाघाट मस्जिद सहित इबादतगाहों, मस्जिदों में सामूहिक नमाज पढ़ी जाएगी। अगहनी जुमे के नमाज के बाद मुल्क की तरक्की व भाईचारा बने रहने के लिए दुआख्वानी की जाएगी। बुनकर बिरादराना तंजीम बाइसी के सरदार हाजी मोइनुद्दीन उर्फ कल्लू हफीजी के नेतृत्व में नमाज को लेकर काजी सादुल्लापुरा में पूरे काबीना के सदस्यों की बैठक हो चुकी है।

बुनकर बिरादराना तंजीम के पदाधिकारियों के अनुसार अगहनी जुमे की नमाज सिर्फ बनारस में ही पढ़ी जाती है। 450 साल से भी अधिक पुरानी रवायत चली आ रही है। 450 साल पहले मुल्क में भयंकर सूखा पड़ा था। बारिश न होने से चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ था। बुनकरों ने इस हालात को ठीक करने के लिए अल्लाह से दुआ मांगी थी। इसके बाद खूब बारिश हुई और मुल्क में फिर से खुशहाली छा गई। तब से यह परंपरा हर साल निभाई जाती है। शहर भर के बुनकर बिरादराना तंजीम के लोग ईदगाह में जुटते है। मुल्क में अमन चैन के लिए दुआख्वानी करते है। नमाज के बाद बुनकर गन्ने की खरीददारी भी करते है।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर

/राजेश