सावन माह में दुर्गाकुंड की मां कूष्मांडा का हरियाली श्रृंगार, उमड़े श्रद्धालु

 


वाराणसी,16 अगस्त (हि.स.)। सावन माह में शुक्रवार को दुर्गाकुंड स्थित माता कूष्मांडा का हरियाली श्रृंगार किया गया। शक्तिपीठ में माता का अदभुत स्वरूप का दर्शन पूजन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी । श्रद्धालु कतारबद्ध होकर दर्शन पूजन के लिए अपनी बारी का इंतजार करते रहे। मंदिर के महंत परिवार के संजू दुबे ने बताया कि माता रानी के भव्य हरियाली तांबूल श्रृंगार में मंदिर के गर्भगृह को पान के पत्ते से सजाया गया। पूरे मंदिर परिसर को बिजली के झालरों से सजाया गया।

उन्होंने बताया कि हर साल मां कुष्मांडा का भव्य हरियाली तांबूल श्रृंगार होता हैं सावन माह में इसके पहले माता रानी का चुड़ियों से श्रृंगार किया गया था। सभी सुहागिन महिलाओं में प्रसाद स्वरूप इसका वितरण किया गया। बताते चले, माँ कूष्मांडा सृष्टि की आदि-स्वरूपा, आदि शक्ति हैं। अपनी मंद, हल्की हंसी द्वारा ब्रह्माण्ड को उत्पन्न करने के कारण इन्हें कूष्माण्डा देवी के नाम से अभिहित किया गया है। जब सृष्टि का अस्तित्व नहीं था,चारों ओर अन्धकार ही अन्धकार परिव्याप्त था, तब इन्हीं देवी ने अपने 'ईषत' हास्य से ब्रह्माण्ड की रचना की थी। इनके पूर्व ब्रह्माण्ड का अस्तित्व नहीं था।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी / बृजनंदन यादव