यूपी बोर्ड : सोमवार को दोनों पालियों में महत्वपूर्ण परीक्षा, सख्त रहेगी व्यवस्था

 


-हाईस्कूल में अंग्रेजी एवं इंटर में भौतिक विज्ञान की परीक्षा

-बोर्ड मुख्यालय से दिन भर चली जिलों के अफसरों के साथ समीक्षा बैठक

-सेंटरों पर लापरवाही मिलने पर नपेंगे केंद्र व्यवस्थापक, होगी कार्रवाई

प्रयागराज, 03 मार्च (हि.स.)। सोमवार को यूपी बोर्ड की परीक्षा का एक और महत्वपूर्ण दिन है। प्रदेश के सभी 8272 परीक्षा केंद्रों पर दोनों पालियों में महत्वपूर्ण विषयों हाईस्कूल में अंग्रेजी एवं इंटर में भौतिक विज्ञान की परीक्षा होने जा रही है। प्रथम पाली में 28,75,055 एवं द्वितीय पाली में 17,36,106 परीक्षार्थी परीक्षा में सम्मिलित होंगे। परीक्षा के दौरान व्यवस्था काफी सख्त रहेगी।

यूपी बोर्ड के सचिव दिव्य कांत शुक्ल ने बताया है कि परीक्षा केंद्रों पर किसी प्रकार की लापरवाही या अनियमितता मिलने पर जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। सबसे पहले कार्रवाई केंद्र व्यवस्थापक पर ही होगी। स्टैटिक मजिस्ट्रेट को आगाह कर दिया गया है। सेंटरों में केंद्र व्यवस्थापक और स्टैटिक मजिस्ट्रेट ही मोबाइल का जरूरत पड़ने पर प्रयोग कर सकेंगे। बोर्ड मुख्यालय से सचिव ने रविवार को दिन में कई जिलों के शिक्षाधिकारियों के साथ गूगल मीट करके दिशा निर्देश दिए।

आगरा प्रकरण के बाद यूपी बोर्ड ने परीक्षा के दौरान और कड़ाई कर दी है। परीक्षा केंद्रों में सभी के मोबाइल ले जाने पर ही रोक लगा दी है। अब जरूरत पड़ने पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट एवं केंद्र व्यवस्थापक ही मोबाइल का इस्तेमाल कर सकते हैं। कमांड रूम से जिस भी परीक्षा केंद्र में लापरवाही दिखी वहां के केंद्र व्यवस्थापक पर कार्रवाई की जा रही है। सोमवार की परीक्षा को सकुशल कराने को लेकर रविवार को दिन भर यूपी बोर्ड में अफसर नई रणनीति पर काम करते रहे। 75 जिलों के पर्यवेक्षकों से एक-एक कर मीटिंग की गई।

गौरतलब है कि 4 मार्च को प्रथम पाली में हाईस्कूल अंग्रेजी एवं इंटर में कम्प्यूटर व्यवसायिक वर्ग एवं कृषि वर्ग की परीक्षा होगी। द्वितीय पाली में हाईस्कूल में सुरक्षा विषय एवं इंटर में भौतिक विज्ञान, मनोविज्ञान, शिक्षाशास्त्र व तर्कशास्त्र की परीक्षा होगी। बोर्ड सचिव ने बताया कि परीक्षा के दौरान सभी पर्यवेक्षक, सचल दस्ते, जोनल मजिस्ट्रेट फील्ड में रहेंगे। कमांड रूम से सभी केंद्रों पर नजर रखी जाएगी। सोशल मीडिया पर भी क्यूआरटी की नजर बनी हुई है। इस काम के लिए अलग से विशेषज्ञ लगे हुए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/पदुम नारायण