मैं निभा रही हूं मां का फर्ज अब है आपकी बारी - मेनका

 


जीत का अंतर तय करेगा सुल्तानपुर का भविष्य

सुलतानपुर, 24 माई (हि.स.)। जिले के लोगों के लिए अभी तक मैंने मां का फर्ज तो निभा दिया। अब बारी आपकी है की मां के सम्मान के लिए आप कितनी संख्या बल में घर से बाहर निकल कर भाजपा के कमल को वोट करते हैं। मां का सम्मान अब आपके हाथों में है। मैंने एक मां के रूप में अभी तक सुलतानपुर के लोगों को अपना परिवार समझकर उन्हें संजोकर उनके दुख-सुख में हमेशा साथ रही।

श्रीमती गाँधी ने बताया कि एक मां की जो छाया अपने बच्चों के ऊपर होनी चाहिए विगत 5 वर्षों में मैंने उसी छाया के रूप में आप लोगों के ऊपर हमेशा हाथ रखकर खड़ी रही। आप मुझे दोबारा अपने सर पर हाथ रखने का मौका देंगे कि नहीं यह अब आपके ऊपर है ।कहते हैं की जिंदगी में सब कुछ मिल जाता है लेकिन यदि एक बार आपके जीवन से मां का साया उठ गया तो वह दोबारा नहीं मिलता। फिलहाल मेरी अपने सभी परिवार के लोगों से गुजारिश है कि वह 25 मई शनिवार को मतदान अवश्य करें।जिससे एक बार मैं फिर से मजबूत सांसद के रूप में मिल सकू। मैं वादा करती हूं कि विगत 5 वर्षों में जो मैं नहीं कर सकी वह मैं इस बार भी पूरी तरीके से करूंगी। क्योंकि पिछले कार्यकाल में कोरोना काल के चलते लगभग 2 वर्ष का समय कम मिला और काम ज्यादा था। जब कोरोना काल में लोगों ने अपने सगे संबंधियों को नहीं पूछा तब मैं दिल्ली से चलकर आई और आप लोगों के खाने पीने तक की व्यवस्था की। ऑक्सीजन प्लांट लगवाया जिससे हमारे सुल्तानपुर के परिवार में किसी को भी ऑक्सीजन खाने पीने और दवाइयां की समस्या नहीं हुई। कम समय में भी मैंने पूरे जिले में 4 हजार करोड़ रुपए से विकास का काम करवाया। इस बार मैंने पूरे जिले को अच्छी तरीके से समझ लिया है और आप लोगों की निजी से लेकर सामाजिक समस्याओं से भी अवगत हो चुकी हूं।सिर्फ निराकरण करना ही अब मेरा काम है। अभी तक 80 हजार लोगों की समस्याओं का मैंने निराकरण करवाया है। कोशिश होगी कि भविष्य में आप लोगों के सामने कोई समस्या ही ना आए। फिलहाल एक बार फिर मैं सुल्तानपुर से चुनावी मैदान में हूं।और यह उम्मीद करती हूं कि लगातार आठ बार से सांसद होने के बाद अब नवीं ऐतिहासिक जीत सुल्तानपुर वासी मुझे अवश्य दिलाएंगे। जीत का अंतर भी ऐसा होगा कि वह देश की सबसे बड़ी जीत होगी।अंत में पूरे सुल्तानपुर के लोगों को एक मां का प्यार सभी फूले-फले और खुश रहें।

हिन्दुस्थान समाचार /दयाशंकर

/बृजनंदन