उप्र में हवाओं का रुख बदलने से बढ़ेगी उमस भरी गर्मी
कानपुर, 03 अप्रैल (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में मौसम का मिजाज बराबर बदल रहा है और दो दिन से पछुआ हवाओं के चलने से तापमान सामान्य से नीचे पहुंच गया। इससे लोगों को गर्मी से राहत मिल सकी और मौसम भी सामान्य रहा। मौसम विभाग का कहना है कि पांच अप्रैल को एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इसके बाद हवाओं की दिशाएं बदलेंगी और उमस भरी गर्मी का लोगों को सामना करना पड़ेगा।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ को मध्य और ऊपरी क्षोभमंडलीय पछुआ हवाओं में एक गर्त के रूप में देखा जा सकता है, जिसकी धुरी समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर है और लगभग 64 डिग्री पूर्व देशांतर के साथ 30 डिग्री उत्तर अक्षांश के उत्तर में चल रही है।
उत्तरी बांग्लादेश और आसपास के निचले स्तरों पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। एक पूर्व-पश्चिम ट्रफ रेखा उत्तरी बांग्लादेश पर उपरोक्त चक्रवाती परिसंचरण से असम होते हुए दक्षिण-पूर्व अरुणाचल प्रदेश तक बनी हुई है। दक्षिणी तमिलनाडु से पूर्वी विदर्भ तक आंतरिक कर्नाटक होते हुए विदर्भ तक ट्रफ व हवा का विच्छेदन बना हुआ है। पांच अप्रैल से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित करने की संभावना है। इसका असर एक या दो दिन उत्तर प्रदेश में रहेगा और फिर बादलों की आवाजाही खत्म होने से तापमान बढ़ेगा। इसके साथ ही वातावरण में पछुआ हवाओं के चलने से पर्याप्त नमी से उमस भरी गर्मी परेशान करेगी।
बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 37.0 और न्यूनतम तापमान 16.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 55 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 22 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 5.1 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार कानपुर में अगले पांच दिनों में हल्के से मध्यम बादल छाये रहने के आसार हैं किंतु वर्षा की कोई संभावना नहीं है। रुक-रुक कर तेज हवायें चलती रहेंगी।
हिन्दुस्थान समाचार/अजय/राजेश